जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर जिलेटिन की छड़ों से भरी स्कॉर्पियो मिलने के मामले में लगातार खुलासे देखने को मिल रहे है। दरअसल इस मामले में जब से मुंबई क्राइम ब्रांच के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे की गिरफ्तारी हुई है तब इस मामले में नये-नये खुलासे देखने को मिल रहे हैं।
इस पूरे मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बड़ा बयान दिया है। एनआईए ने मुकेश अंबानी के घर के बाहर स्कॉर्पियो पार्क करने वाले पीपीई किट पहने शख्स को लेकर कहा है कि ये शख्स कोई और नही था बल्कि निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ही थे।
वाजे ने अपनी पहचान छिपाने के लिए पीपीई किट नहीं बल्कि बड़े साइज का कुर्ता पायजामा पहना था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को इसको लेकर साफ कर दिया है कि पीपीई किट पहने नजर आया शख्स सचिन वाजे ही थे। सीसीटीवी फुटेज में भी यही दिख रहा है।
In the CCTV footage, Sachin Waze could be seen with his head covered with a large handkerchief so that no one could identify him. He was wearing an oversized kurta-pajama, and not PPE coverall, in an attempt to mask his body language & face: National Investigation Agency (NIA)
— ANI (@ANI) March 17, 2021
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एनआईए की माने तो वाजे ने अपनी पहचान छिपाने के लिए ढीलाढाला कुर्ता पायजामा पहना था और सिर पर रुमाल बांधा था, जिसे देखकर लग रहा था कि पीपीई किट की तरह।
एनआईए ने कहा है कि वाजे के कार्यालय से एक लैपटॉप को कब्जे में ले लिया गया है। हालांकि इस लैपटॉप से सारे डाटे डिलीट कर दिया गया था। इसके साथ ही वाजे का मोबाइल मांगा गया है लेकिन उन्होंने मोबाइल कहीं खोने की बात कही है। दूसरी ओर जांच में यह भी पता चला है कि वाजे ने मोबाइल जानबूझकर फेंका था।
ये था मामला
पूरा मामला 25 फरवरी का था जब मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर जिलेटिन की छड़ों भरी एक स्कॉर्पियो मिली थी। इसके बाद इस मामले की जांच की तो पता चला कि यह स्कॉर्पियो कारोबारी मनसुख हिरेन की थी।
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हालांकि मामला तब और बढ़ गया था जब जब 3 मार्च को मनसुख का शव मिला। इसके बाद सरकार ने इस पूरे मामले की जांच एनआईए को दे दी गई थी।
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