जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है जिसमें मस्जिद के वाजूखाने में मिली संरचना का अध्ययन करने के लिए एक समिति गठित करने की मांग की गई है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि वह संरचना शिवलिंग ही है या फिर फव्वारा.
ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में बनी संरचना पर हिन्दू और मुस्लिम दोनों पक्षों ने ही अपने-अपने दावे कर रखे हैं. ज्ञानवापी मस्जिद के सम्बन्ध में वाराणसी की जिला अदालत में चार जुलाई को सुनवाई होनी है.
ज्ञानवापी मस्जिद में किये वीडियोग्राफी सर्वे के दौरान हिन्दू पक्ष के वकील ने वजूखाने में बनी आकृति को शिवलिंग बताया. इसका वीडियो कुछ ही देर में लीक हो गया और पूरे देश में यह मुद्दा बन गया. मुस्लिम पक्ष का दावा है कि यह फव्वारा है और देश की तमाम मस्जिदों के वाजूखानों में ऐसे फव्वारे लगे हुए हैं.
ज्ञानवापी में मिली संरचना में इस संरचना के बीच में 63 सेंटीमीटर का एक छेद मिला है. गोलाकार दीवार से घिरी इस आकृति में बाहरी व्यास सात फुट दस इंच और अंदरूनी सतह का व्यास पांच फुट 10 इंच है. इसके टॉप पर नौ बाई नौ इंच की गोलाकार आकृति मिली है. इस पर पांच दिशाएँ बनी हैं.
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