जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। देश के पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव के नतीजे आ गए है। इन पांच राज्यों में से चार में बीजेपी एक बार फिर जीत का परचम लहराया है जबकि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पूरी तरह से चित हो गई है।
वहीं आम आदमी पार्टी ने पंजाब चुनाव में कांग्रेस को धूल चटाते हुए सबको हतप्रभ कर दिया है। अगर देखा जाये तो उत्तराखंड,गोवा और पंजाब में कांग्रेस को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन एक बार फिर कांग्रेस पार्टी नाकाम रही।
यूपी समेत पांच राज्यों में कांग्रेस को जिस तरह से हार मिली उससे तो एक बात साफ हो गई कांग्रेस इस समय सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। ऐसे लग रहा था कांग्रेस इस बारकोई करिश्मा नहीं कर पायेगी और हुआ ऐसा ही। ऐसे में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खाते में एक और चुनावी नाकामी जुड़ गई है। इतना ही नहीं प्रियंका गांधी भी कांग्रेस को जीत नहीं दिला सकी।
राहुल गांधी ने मुख्य रूप से पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में चुनाव प्रचार की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधे पर संभाल रखी थी जबकि यूपी में प्रियंका गांधी सबकुछ तय कर रही थी लेकिन उनको नाकाम होना पड़ा है।
प्रियंका गांधी ने यूपी में 209 जनसभाओं को संबोधित किया और कई रोड शो तथा डिजिटल कार्यक्रमों में शामिल हुई लेकिन जनता भी उन्हें पूरी तरह से नाकार दिया।
लगातार चुनाव हार रही है कांग्रेस
इसके आलावा राहुल गांधी भी दम-खम के साथ बीजेपी को रोकने का दावा किया था। राहुल ने 2019 के लोकसभा में चुनाव में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। इसके आलावा राहुल गांधी के बल पर महाराष्ट्र और झारखंड में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन संतोषजनक रहा है लेकिन इस बार पांच राज्यों में वो पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुए है।
दिल्ली में हुए 2020 चुनाव में उनकी पार्टी का खाता भी नहीं खुल सका जबकि बहार विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटें मिली और वहां कांग्रेस सत्ता से दूर है।
पिछले साल असम, केरल, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा है। ऐसे में अब देखना होगा राहुल गांधी इस कांग्रेस को फिर से जिंदा कर पाते हैं या नहीं। मौजूदा दौर में राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठना तय है।