जुबिली स्पेशल डेस्क
कोरोना का खतरा अभी भी दुनिया से टला नहीं है। कोरोना की तमाम वैक्सीन और दवाएं आने के बाद भी कोरोना दुनिया को परेशान किए हुए हैं। मौजूदा वक्त में भी दुनिया भर में अब भी कोरोना का कहर टूट रहा है।
चीन में फिर से कोरोना (Covid-19) के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. नेशनल हेल्थ ब्यूरो के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 25 नवंबर को चीन में 35.183 नए केस सामने आए।
जिनमें से 3,474 में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए और 31,709 लोगों में लक्षण नहीं दिखाई दिए। जानकारी के मुताबिक बीते दो दिन से कोरोना के नए मामलों की संख्या में बढ़ौत्तरी देखने को मिली है।
यह भी पढ़ें : मुख्तार अंसारी के बांदा जेल से लखनऊ जाने के दौरान लीक हुई जानकारी के मामले में जांच शुरू
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : वक्त के गाल पर हमेशा के लिए रुका एक आंसू है ताजमहल
इस बीच वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि दक्षिणी चीन में चमगादड़ों में कोरोना जैसा वायरस मिला है। जो पांच में से एक इंसान में फैलने की क्षमता रखता है। इस वायरस को बीटीएसबाई2 (BtSY2) के नाम से जाना जाता है और यह SARS-CoV-2 से संबंधित है।
वैज्ञानिकों का कहना है
वैज्ञानिकों की माने तो यह चीन के युन्नान प्रांत में चमगादड़ों में मिले उन पांच खतरनाक वाले वायरसों में एक है जो इंसान और जानवरों की तरह कई तरह की बीमारियों को पैदा का सकता है। इसके अलावा वैज्ञानिकों की टीम ने कई संभावित नए पशुजन्यरोग के बारे में भी जानकारी दी है जो जानवरों से मनुष्यों में फैलते हैं।
रिसर्च में क्या कहा गया है
डेलीमेल की रिपोर्ट की माने तो इस रिसर्च को शेन्जेन स्थित सन यात-सेन यूनिवर्सिटी, युन्नान इंस्टीट्यूट ऑफ एंडेमिक डिजीज कंट्रोल और सिडनी यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स की निगरानी में की गई है।
इस रिसर्च पर काम होना बाकी है। टीम ने इस बारे में जानकरी दी है कि हमने पांच वायरस प्रजातियों की पहचान की है जो मनुष्यों और पशुओं के लिए रोगजनक हो सकती हैं. इसमें एक रिकॉम्बिनेशन सार्स जो कोरोनवायरस जैसा है, वह भी शामिल है. यह नया वायरस SARS-CoV-2 और 50 SARS-CoV दोनों से निकटता से संबंध रखता है। ”
WHO ने पहले क्या कहा था
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के अनुसार, अब तक ओमिक्रॉन के तीन सब वैरिएंट BA.1, BA.2, और BA.3 सामने आ चुके हैं। 23 दिसंबर 2021 तक कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन के 99 फीसदी सीक्वेंस्ड मामलों में सब वैरिएंट BA.1 मिला। हालांकि पिछले कुछ दिनों में ओमिक्रॉन का दूसरा सब वैरिएंट BA.2 भी तेजी से फैलता पाया गया है।