जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. अप्रैल की 10 तारीख को सत्ता से बेदखल किये गए इमरान खान को लगातार दूसरा बड़ा झटका लगा है. पाकिस्तान में मध्यावधि चुनाव नहीं होंगे. अगस्त 2023 में पाकिस्तान का आम चुनाव पूर्व निर्धारित था, उसी समय पर चुनाव होंगे और सरकार के बचे हुए कार्यकाल को मौजूदा प्रधानमन्त्री शहबाज़ शरीफ के नेतृत्व में बनी सरकार पूरा करेगी. मौजूदा सरकार के सामने आर्थिक रूप से डावांडोल पाकिस्तान को पटरी पर लाना शहबाज़ सरकार की सबसे बड़ी चुनौती है.
बताया जाता है कि प्रधानमन्त्री शहबाज़ शरीफ की अध्यक्षता में सरकार चला रहे गठबंधन के नेताओं की बैठक में यह फैसला लिया गया कि देश के सामने फिलहाल आर्थिक हालात को ठीक करना चुनौती है, चुनाव नहीं. इसलिए मध्यावधि चुनाव नहीं होने चाहिए. गठबंधन नेताओं ने कहा कि यूं भी अगस्त 2023 में आम चुनाव होना ही हैं तो तय समय पर ही चुनाव में जाया जाए.
गठबंधन के सभी नेताओं ने नई सरकार को भरोसा दिलाया कि वह हर हाल में उनके साथ रहेंगे और मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए वह देश को मध्यवधि चुनाव के मुंह में नहीं झोंकना चाहेंगे. गठबंधन नेताओं ने कहा है कि देश के आर्थिक हालात को सुधारने के लिए प्रधानमन्त्री जो भी कदम उठाएंगे हम उसका समर्थन करेंगे. इस बैठक में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी, मौलाना फजलुर रहमान, खालिद मकबूल सिद्दीकी, आज़म नजीर, ख्वाजा आसिफ और मरियम औरंगजेब ने अपने विचार व्यक्त किये और सरकार को पूर्ण समर्थन का वादा किया.
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