जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पंजाब में क्या सबकुछ ठीक हो गया है… क्या कैप्टन और सिद्धू के बीच चली आर तकरार खत्म हो गई… क्या कैप्टन अब सिद्धू के पंजाब कांग्रेस बनाये जाने को राजी हो गए है… ये कुछ सवाल है जिसका कांग्रेस भी जवाब चाहती है। पंजाब में कैप्टन और सिद्धू के बीच तनातनी लगातार बढ़ रही है…
उधर कांग्रेस सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाना चाहती है लेकिन कैप्टन इसके लिए राजी नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने कहा,कि सोनिया गांधी का जो भी फैसला होगा, मैं उसे स्वीकार करूंगा लेकिन सिद्धू को लेकर उनके रवैया में कोई बदलाव नहीं आया है।
उन्होंने साफ कर दिया है कि सिद्धू तब तक बातचीत या मुलाकात नहीं होगी जब तक वो उनसे माफी मांगते नहीं है। दरअसल सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
इतना ही नहीं सिद्धू ने कई मौकों पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर की आलोचना की है और कई ट्वीट के सहारे उन्होंने उनकी आलोचना की है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि वह सिद्धू से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक कि वह मुझ पर हमला करने वाले अपने ट्वीट के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगते।
दूसरी ओर दोनों के बीच सुलह को लेकर कांग्रेस ने जो फॉमूर्ला तैयार किया है उसपर कैप्टन ने अपनी राय रखी है और कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि सोनिया गांधी का जो भी फैसला होगा, मैं उसे स्वीकार करूंगा।
पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने एक ट्वीट किया है और उनका यह ट्वीट भी इसी ओर इशारा कर रहा है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि मैं, कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलकर अभी-अभी दिल्ली लौटा हूं।
मुझे प्रसन्नता है कि बहुत सारी बातें जो बाहर चर्चा में हैं, वो बिल्कुल निर्मूल साबित हुई हैं और कैप्टन साहब ने फिर से अपने उस महत्वपूर्ण बयान को दोहराया है।
जिसमें उन्होंने कहा है कि माननीय कांग्रेस अध्यक्ष, पंजाब के विषय में अध्यक्ष के पद को लेकर के जो भी निर्णय करेंगी वो निर्णय मुझे स्वीकार्य होगा, मैं उसका आदर करूंगा। अब देखना रोचक होगा क्या पंजाब कांग्रेस में चल रही उठापटक खत्म हो जायेगी।