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पिछले पांच दशक से कांग्रेस की राजनीति कर रहे डॉ अम्मार रिज़वी ने बीजेपी को दामन थाम लिया है। रिजवी को बीजेपी महासचिव
अरुण सिंह ने पार्टी में शामिल कराया। उन्हें प्रधानमंत्री ने पिछले साल सऊदी अरब का गुडविल एंबेसडर बनाया था। हालांकि, रिजवी कांग्रेस पार्टी के अभी प्राथमिक सदस्य हैं क्योंकि उन्होंने इससे जुड़ा इस्तीफा नहीं दिया है।
बीजेपी में शामिल होने के बाद डॉ. रिजवी ने कहा कि अल्पखंख्यकों में भ्रम की जो स्थिति पैदा हुई है। उसे वे दूर करने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी पर दलबदलुओं को महत्व देने का आरोप लगाया था। साथ ही राष्ट्रीय और प्रांतीय संगठन के पदों से इस्तीफा दे दिया था।
बता दें कि डॉ. अम्मार रिजवी उत्तर प्रदेश के दो बार कार्यवाहक मुख्यमंत्री रहे हैं। इसके साथ ही रिजवी उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष रहने के साथ ही पांच बार मंत्री भी बने। उन्होंने पिछले साल अप्रैल में कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।
बीजेपी का दामन थामते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल सऊदी अरब में हज करने गया था। वहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुत तारीफ सुनी थी। उसके बाद कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने जैसे कई फैसलों के बाद उन्होंने बीजेपी से जुड़ने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को मुसलमानों का दुश्मन बताया जाता है जबकि ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि वे बीजेपी को लेकर मुस्लिमों में बैठे डर को दूरकर उन्हें साथ लाने की कोशिश करेंगे।
बता दें कि डॉ. रिजवी ने 1966 में इंदिरा गांधी के कहने पर कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्होंने कांग्रेस में पांच दशक बिता दिए। लेकिन पार्टी में दलबदलुओं को ज्यादा तवज्जो मिलने पर उन्होंने पिछले साल अप्रैल में राष्ट्रीय और प्रांतीय स्तर की जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया था।