जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की अहम बैठक ने महागठबंधन की राजनीति को एक नया मोड़ दे दिया है।
इस बैठक के बाद कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह बिहार में सिर्फ समर्थन देने वाली पार्टी नहीं होगी, बल्कि फ्रंटफुट पर चुनाव लड़ेगी।
बैठक से पहले आरजेडी की ओर से मीडिया में साफ कहा गया, “बिहार में तेजस्वी यादव ही हमारे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। इसमें कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। जनता ने भी उन्हें मुख्यमंत्री मान लिया है।”
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Nishant Kumar –
"Amit Shah uncle has made it clear that Nitish Kumar be leader of NDA in Bihar."
— News Arena India (@NewsArenaIndia) April 15, 2025
वहीं, पटना में सत्तारूढ़ एनडीए की तरफ से भी सक्रियता बढ़ गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “पिताजी के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा और एनडीए की सरकार बनेगी। अमित शाह अंकल भी बिहार आकर कह चुके हैं कि पिताजी ही हमारे सीएम फेस रहेंगे। सम्राट चौधरी ने भी कहा है कि पिताजी 15 साल से हमारे साथ हैं।”
तेजस्वी यादव द्वारा नीतीश कुमार की सेहत पर उठाए गए सवालों को खारिज करते हुए निशांत ने कहा, “पिताजी पूरी तरह से स्वस्थ हैं।”
बता दे नीतीश कुमार बिहार का दौरा कर जनता की नब्ज को टटोल रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी भी अंदर-अंदर तैयारी कर रही है। बीजेपी की चाहत है कि बिहार में उसका सीएम हो लेकिन अपनी चाहत को अंदर ही दबाने पर मजबूर है क्योंकि नीतीश कुमार को भी हर हाल में अपने साथ रखना चाहती है।
दरअसल नीतीश कुमार के सहारे मोदी सरकार केंद्र में सुरक्षित है। दूसरी तरफ तेजस्वी यादव भी बिहार में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। हाल ही हुए सर्वे में भी ये बात सामने आ चुकी है कि तेजस्वी यादव को 40 प्रतिशत से ज्यादा लोग सीएम बनते लोग देखना चाहते हैं।