न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव में जीत के बाद बीजेपी अध्यक्ष और देश के नए गृह मंत्री अमित शाह की नजरें अब नए मिशन पर लग गए हैं। अमित शाह की नजर अब इसी साल होने वाले हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों पर है।
अमित शाह इन तीनों ही राज्यों में बीजेपी की दोबारा सरकार बनाने के लिए खास रणनीति बना रहे हैं। हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में इस साल के अंत तक विधानसभा के चुनाव होने हैं।
अमित शाह ने आज तीनों ही राज्यों के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक भी की। इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, हरियाणा प्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्य अनिल विज, समेत कई नेता मौजूद रहे।
तीनों राज्यों के कोर ग्रुप के नेताओं के साथ बैठक में अमित शाह ने बीजेपी के प्रदर्शन, सरकार के कामकाज, एंटी इंकम्बेंसी फैक्टर जैसे मुद्दों पर चर्चा की। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने इन तीनों राज्यों में शानदार कामयाबी हासिल की है।
लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मिली हार से सीख लेते हुए अमित शाह ने हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में सरकार विरोधी लहर का सामना करने के लिए खास रणनीति बना रहे हैं।
महाराष्ट्र में किसान, सूखा और पेयजल
गौरतलब है कि हरियाणा में बीजेपी विधानसभा का चुनाव अकेले लड़ रही है, जबकि महाराष्ट्र में बीजेपी शिवसेना और आरपीआई के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव में उतरेगी। महाराष्ट्र में सूखा और पेयजल की समस्या विकराल है। इस मुद्दे पर बीजेपी को जनता के अंसतोष का सामना करना पड़ सकता है।
झारखंड में भूख से हुई मौतें
झारखंड में बीजेपी स्थानीय आजसू के साथ मिलकर चुनाव लड़ती आ रही है। इस राज्य में भूख से हुई मौतें पहले से ही चुनावी मुद्दा बन गया है। इसके अलावा पानी की कमी, सूखा, बिजली की किल्लत, रोजगार बड़े चुनावी मुद्दे हैं।
हरियाणा
हरियाणा में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी की घेराबंदी तेज कर दी है। किसान और मजदूर की समस्याओं को लेकर हरियाणा सरकार को जनता की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है।
इसके अलावा बिहार में भी अगले विधानसभा चुनाव होने वालें हैं। इससे पहले राजनीतिक गलियारों जेडीयू और बीजेपी के बीच रिश्तों में खटास आने की चर्चा हो रही है। बिहार में नीतीश सरकार में बीजेपी गठबंधन साथी है। अमित शाह की इस पर नजरें बनी हुई हैं।