जुबिली न्यूज डेस्क
तालिबान पर एक बार फिर पाकिस्तान ने अपना प्यार दिखाया है। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां अफरातफरी का माहौल है।
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर दुनिया भर से नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है जिसमें अधिकांश नेताओं ने तालिबान की आलोचना की है। लेकिन पाकिस्तान ने अपना प्यार दिखाया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि पूर्व की अफगान सरकार तालिबान के खिलाफ प्रोपेगंडा फैला रही थी, जो अब झूठी साबित हुई है, क्योंकि तालिबानियों ने सरकारी कर्मियों को लिए आम माफी का ऐलान किया है। साथ में उन्होंने यह भी कहा है कि लड़कियों को पढऩे से नहीं रोका जाएगा।
मीडिया को संबोधित करते हुए कुरैशी ने कहा, ‘यह डर था कि तालिबान लड़कियों की शिक्षा पर बैन लगा देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तालिबान ने आम माफी का ऐलान किया और वे स्कूल और कारोबार भी खोल रहे हैं। उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि वे बदला नहीं लेंगे और अब तक उन्होंने जो भी कदम उठाए हैं वे शांतिपूर्वक हैं, जिनका स्वागत करना चाहिए।’
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डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा कि सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के खिलाफ भी झूठा ट्रेंड शुरू हुआ, जो कि असफल रहा। उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया जानती है कि अफगानिस्तान में भ्रष्ट सिस्टम था।’
कुरैशी ने यह भी कहा कि पूरी दुनिया इस समय अफगानिस्तान मसले के हल के लिए पाकिस्तान को एक जिम्मेदार देश मानते हुए हमसे संपर्क कर रही है। हम अफगानिस्तान में ऐसी व्यवस्था चाहते हैं जो दुनिया के लिए स्वीकार्य हो।
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मालूम हो कि पाकिस्तान शुरु से ही तालिबान का पुरजोर समर्थक रहा है। यहां तक कि खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगान में तालिबान राज का स्वागत किया। इमरान ने तालिबान की वापसी को गुलामी की जंजीरों को तोडऩे वाला तक बता दिया था।