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कोरोना : आधुनिक इतिहास के सबसे भयावह वक्त की चपेट में है अमेरिका

न्यूज डेस्क

अमेरिका में जो तबाही मची है उससे उबरने में उसे काफी वक्त लगेेगा। पूरी दुनिया कोरोना वायरस की महामारी का सामना कर रही है, पर सबसे ज्यादा तबाही अमेरिका में मची हुई है। अमेरिका के हालात को लेकर वहां के पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका कोरोना वायरस के कारण आधुनिक इतिहास के सबसे भयावह वक्त की चपेट में है।

यह बयान देने वाले अमरीका के पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी रिक ब्राइट, अमेरिका में उस एजेंसी का नेतृत्व कर रहे थे जो कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में लगी है।

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हालांकि  राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले महीने ही उन्हें पद से हटा दिया था। इससे पहले रिक ब्राइट ने कहा था कि उन्हें पद से इसलिए हटा दिया गया था क्योंकि ट्रंप के सामने कोरोना वायरस को लेकर उनकी नीतियों का विरोध किया था, लेकिन ट्रंप प्रशासन ने ब्राइट को ‘चिड़चिड़ा अधिकारी’ कहकर पद से हटा दिया था।

अमेरिका में अब तक कोरोना संक्रमण से 85 हजार से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है। सिर्फ यूयॉर्क में कोरोना वायरस से 27,607 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं अमेरिका में संक्रमित मरीज़ों की संख्या 14 लाख के पार पहुंच गई है।

पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी ब्राइट ने हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की हेल्थ पर बनी सब कमिटी में यह भी कहा है कि अमरीकी नागरिक इसलिए मर रहे हैं क्योंकि सरकार कोरोना वायरस को लेकर शुरुआत में पूरी तरह से निष्क्रिय रही। ब्राइट ने कहा कि उन्होंने पहली बार जनवरी में मेडिकल उपकरणों की कमी को लेकर बात की थी। उन्होंने कहा कि इस बात को उच्च स्तरीय डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विस में भी उठाया लेकिन कोई तवज्जो नहीं मिली थी।

पूर्व अधिकारी ने ट्रंप सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ”मैंने चेतावनी दी थी कि कोरोना वायरस के असर को शुरुआत में ही कम कर सकते हैं और यही मौका है लेकिन किसी ने नहीं सुनी। बिना कोई योजना के 2020 आधुनिक अमरीका के इतिहास का सबसे भयावह साल हो सकता है। हमने कोरोना को लेकर शुरुआत में ही हर स्तर पर बात उठाई लेकिन किसी ने नहीं सुनी।”

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ट्रंप द्वारा उन्हें पद से हटाए जाने पर ब्राइट ने कहा कि, ”मुझे पद से इसलिए हटाया गया क्योंकि मैं कोरोना वायरस को लेकर कांग्रेस की ओर से आवंटित पैसे का वैज्ञानिक इस्तेमाल पर जोर दे रहा था। मैं नहीं चाहता था कि जिन ड्रग्स और वैक्सीन में कोई साइंटिफिक मेरिट नहीं है उन पर पैसे खर्च किए जाएं। मैंने इस पर बोला और आज मैं कांग्रेस में पेश होकर सारी बातें कह रहा हूं। मैं राजनीति नहीं बल्कि साइंस के आधार पर चीजों को कह रहा हूं।”

ब्राइट ने ट्रंप पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरा मुखर होना सरकार को रास नहीं आया। मैंने क्लोरोक्विन को लेकर एक लेख लिखा था जिसके बाद बायोमेडिकल अडवांस्ड रिसर्च एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी के निदेशक पद से हटा दिया गया।  राष्ट्रपति ट्रंप ने एंटी वायरल ड्रग्स हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्विन को कोरोना वायरस के संक्रमितों के लिए गेमचेंजर बताया था। हालांकि उन्हें कई विशेषज्ञों ने चेताया था कि यह अप्रभावी है और यहां तक कि खतरनाक भी साबित हो सकता है।

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