जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. कोरोना महामारी को लेकर अमेरिका ने चीन के लिए फिर से मुश्किलें खड़ी करनी शुरू कर दी हैं. अमेरिका चाहता है कि कोरोना की जड़ों तक हर हाल में पहुंचना चाहिए. अमेरिका ने कहा कि इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और चीन दोनों को पारदर्शी प्रक्रिया अपनानी होगी.
व्हाइट हाउस के वरिष्ठ सलाहकार एंडी स्लेविट ने कहा कि हम कोरों की जड़ों तक हर हाल में पहुंचना चाहते हैं. इसमें WHO को हमारी मदद करनी होगी क्योंकि इस बीमारी की जड़ में पहुँचने के बाद ही इस दिशा में हम आगे कुछ कर सकते हैं.
अमेरिका चीन पर इसलिए दबाव बना रहा है क्योंकि कोरोना महामारी शुरू होने के कुछ दिन बाद ही नवम्बर 2019 में वुहान लैब में रिसर्च करने वाले बीमार पड़े थे. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इनमें कोरोना जैसे लक्षण ही मिले थे.
साल 2021 की शुरुआत में कोरोना की जड़ों की तलाश करने के लिए एक जांच दल चीन गया भी था. इस जांच दल ने यह कहकर एक तरह से चीन को क्लीन चिट दे दी थी कि वुहान लैब से कोरोना फैलने की संभावना न के बराबर है. चीन ने इस जांच दल का कोई सहयोग नहीं किया. चीन ने WHO को जांच के लिए कोई भी डेटा देने से इनकार कर दिया था.
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चीन ने इस जांच दल को चीन पहुँचते ही कोरेंटाइन कर दिया था. जांच दल में कुछ सदस्यों की जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई थी. यह टीम चीन में इतने दबाव में थी कि उसे लगा कि क्लीन चिट देकर मामले से तत्काल छुटकारा पा लेना चाहिए.