जुबली न्यूज़ डेस्क
ऑनलाइन सेवा प्रदाता कम्पनियां अक्सर अपनी सर्विस को लेकर विवादों में बनी रहती हैं। ताजा मामला प्रतिष्ठित कंपनी अमेजन से जुड़ा हुआ है।
उत्तर प्रदेश के अमेठी निवासी युवक अमेजन की लापरवाही व धोखाधड़ी का शिकार हुआ है। युवक द्वारा आर्डर किए गए मोबाइल को डिलीवरी बॉय द्वारा स्वयं रिसीव कर लिया गया है और युवक को उसके नाम से आर्डर किया हुआ मोबाइल प्राप्त नहीं हुआ है। उक्त उपभोक्ता मोबाइल के इंतजार में राह देख रहा है।
युवक को मोबाइल रिसीव कर लिए जाने की जानकारी तब हुई जब उसे एक मेल प्राप्त हुआ जिसमें यह जानकारी थी कि आपका फोन रिसीव कर लिया गया है। कृपया आप अपना फीडबैक दर्ज कर सकते हैं।
बता दें कि अमित चौरसिया नामक युवक ने अमेजन से सैमसंग कंपनी द्वारा लांच किए गए लेटेस्ट स्मार्टफोन सैमसंग गैलेक्सी M31 को पिछले महीने के 30 मई को आर्डर किया था। जिसकी डिलिवरी का समय 6 जून को कंपनी द्वारा अनुमानित था। फिलहाल, मोबाइल फोन 4 जून को ही डिलीवर किए जाने के स्थान, अमेजन के नजदीकी सेंटर पर आ गया था। उसी दिन डिलीवरी बॉय द्वारा आइटम को रिसीव करने के लिए युवक को फोन किया जाता है। जिसके बाद युवक ने 1 घंटे बाद रिसीव करने का आग्रह किया जिस पर डिलिवरी बॉय द्वारा स्वीकृति दे दी जाती है लेकिन कुछ देर बाद युवक के आग्रह को दरकिनार करते हुए डिलेवरी बॉय एप्वाइंटमेंट को कैंसिल कर अगले दिन का समय तय कर देता है।
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5 जून को मोबाइल फोन को रिसीव करने की राह देख रहे युवक के होश तब उड़ गए जब उसे एक मेल प्राप्त होता है जिसमें मोबाइल के डिलेवर हो जाने की पुष्टि होती है। जो कि वह आर्डर युवक द्वारा रिसीव नहीं किया गया है। डिलेवरी बॉय को कॉल करके मामले की जानकारी देना चाही और आर्डर के संबंध में भी जानकारी लेनी चाही तो उसे निराशा ही हाथ लगी। दरअसल, डिलेवरी बॉय द्वारा आर्डर न रिसीव करने की बात कही गई। युवक ने कंपनी द्वारा मांगे गए फीडबैक में आइटम के रिसीव न होने की जानकारी दी। कंपनी द्वारा 24 घंटे के बाद भी युवक के परेशानी को सुनने का होश नहीं आया है। न ही उसे कंपनी की ओर से कोई कॉल आई है।
प्रतिष्ठित कंपनी के इस रवैये से उपभोक्ता आहत है। उसे डर है कि उसके नाम पर खरीदे गए मोबाइल का दुरुपयोग हो सकता है। जो कि उसे प्राप्त नहीं हुआ है। युवक ने कंपनी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। युवक का कहना है कि अगर उसकी समस्या को सुलझाया नहीं गया तो वह कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर मजबूर होगा।
साथ ही यह भी कहा है कि ऐप में लॉगिन के दौरान उपभोक्ता से मांगी जाने वाली निजी जानकारी भी सुरक्षित नहीं होने की आशंका है। गौरतलब है कि ऑनलाइन सेवा के नाम पर उपभोक्ता अक्सर शिकार होते रहे हैं। इससे पहले ऑनलाइन फूड डिलिवरी करने वाली कंपनियां भी ऐसे विवाद में आ चुकी हैं। जब डिलीवरी बॉय द्वारा फूड पैकेट को बदल दिया जाता है तो कभी खाली फूड पैकेट या आधा खाया हुआ पैकेट उपभोक्ता को थमा दिया जाता है।
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