न्यूज़ डेस्क
कश्मीर में अलगाववादियों के बंद के चलते शनिवार को एक बार फिर अमरनाथ यात्रा रोक दी गयी है। इस दौरान अमरनाथ यात्रियों को आज जम्मू से कश्मीर नहीं जाने दिया जायेगा।हालांकि, यात्रा कब से शुरु होगी इस बात की अभी कोई जानकारी नहीं है।
बंद के चलते पूरे कश्मीर घाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कानून व्यवस्था के मद्देनजर किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए अमरनाथ यात्रियों को यात्रा पर नहीं जाने दिया जायेगा। सामान्यत: यात्री तड़के भगवती नगर आधार शिविर से कश्मीर के लिए रवाना होते हैं।
Indo-Tibetan Border Police (ITBP): Troops securing different roads leading to #AmarnathYatra in Ganderbal, Jammu and Kashmir, earlier today. pic.twitter.com/DG0wBBFQy8
— ANI (@ANI) July 13, 2019
बता दें कि सन 1913 में इसी दिन डोगरा महाराजा की सेनाओं द्वारा श्रीनगर सेंट्रल जेल के बाहर गोलीबारी हुई थी जिसमें करीब 22 लोग मारे गए थे। अलगाववादी हर साल 13 जुलाई को शहीद दिवस के तौर पर मनाते हैं। अलगाववादियों के संयुक्त संगठन ज्वाइंट रजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) की ओर से यह बंद डाउन टाउन इलाके में हुई उक्त गोलीबारी के विरोध में बुलाया गया है।
जम्मू के लोग इस आयोजन का विरोध करते हैं क्योंकि यह मामला तत्कालीन महाराजा हरि सिंह के खिलाफ विद्रोह से जुड़ा है। अलगाववादियों के बंद को देखते हुए यात्रा मार्ग समेत अन्य संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
इससे पहले आठ जुलाई को आतंकी बुरहान वानी की बरसी को लेकर अलगाववादियों ने कश्मीर में बंद बुलाया है। इसके बाद एक जुलाई से शुरू हुई इस यात्रा को पहली बार स्थगित किया गया था। उसके बाद नौ जुलाई से फिर से अमरनाथ यात्रा शुरु हो गई थी।
45 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हुई है। यह 15 अगस्त तक चलेगी। यात्रा शुरू होने के बाद अभी तक लगभग 90 हजार लोगों ने पवित्र गुफा के दर्शन किए हैं।