जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पंजाब में अगले साल विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में वहां पर कांग्रेस दोबारा सत्ता में वापसी का सपना देख रही है लेकिन पंजाब कांग्रेस में खींचतान भी किसी से छुपी नहीं है।
दरअसल वहां पर कैप्टन अमरिंदर बनाम सिद्धू के बीच रार कम होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में कांग्रेस चाहती है कि चुनाव से पूर्व सबकुछ ठीक हो जाये। इसके लिए पंजाब कांग्रेस का विवाद सुलझाने के लिए गठित की गई कमेटी लगातार वहां के स्थानीय नेताओं से बातचीत कर मामले को सुलझाना चाहती है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह गठित की गई कमेटी के साथ बैठक कर अपनी बात को रखा है। हालांकि बैठक से बाहर आने के बाद उन्होंने चुनाव को लेकर विचार-विमर्श हुआ और अंदरूनी बातों की चर्चा वे बाहर नहीं करना चाहते।
आलाकमान ले सकता है बड़ा फैसला
बीते पांच दिनों से ही पंजाब कांग्रेस के सभी प्रमुख नेताओं से एक-एक कर मिलने के बाद सोनिया गांधी द्वारा गठित उच्चस्तरीय कमेटी के सदस्य जेपी अग्रवाल ने कहा कि रिपोर्ट एक-दो दिनों में पार्टी अध्यक्ष को दी जायेगी। माना जा रहा है कि रिपोर्ट देखने के बाद आलाकमान कोई बड़ा फैसला कर सकता है।
कैप्टन की बच सकती है कुर्सी
हालांकि कांग्रेस के सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार कैप्टन अमरिंदर सिंह फिलहाल अपने कुर्सी बचाने में कामयाब हो गए है लेकिन प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की कुर्सी खतरे में नजर आ रही है।
जानकारी के मुताबिक पंजाब के स्थानीय कांग्रेस नेता कैप्टन और सिद्धू दोनों को साथ लेकर चलने के लिए कह रहे हैं। विधायकों का मानना है कि इससे विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को फायदा होगा।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उच्चस्तरीय कमेटी को भरोसा दिया है कि इस मामले में जल्द कार्रवाई होगी। प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि हम लोगों की भावना समझते हैं, मुख्यमंत्री तो और बेहतर समझते हैं।
बड़ा सवाल सिद्धू का क्या होगा
पंजाब की राजनीति में सिद्धू का अहम रोल हो सकता है। हालांकि पंजाब का नया कप्तान सिद्धू को बनाने को लेकर कयास लग रहे हैं लेकिन उनके पास मजबूत टीम नहीं है। हालांकि कांग्रेस के बड़े नेता उन्हें पसंद करते हैं लेकिन ऐसे में अब देखना होगा कि क्या प्रदेश अध्यक्ष या फिर उपमुख्यमंत्री की कुर्सी दी जाती है या नहीं
पंजाब प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी को खतरा
उधर जानकारी मिल रही है कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष को बदला जा सकता है। सूत्रों की मानें तो ज्यादा शिकायत प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की हुई। ऐसे में कहा जा रहा है कि उनको बदला जा सकता है। उनके स्थान पर किसी और को नई जिम्मेदारी दी जा सकती है।
उप मुख्यमंत्री नियुक्त भी कर सकती है कांग्रेस
बीते कई दिनों महीने से खबरे आ रही है पंजाब में उपमुख्यमंत्री को नियुक्त किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पद पर दलित समाज को प्राथमिकता दी जा सकती है।
कमेटी के सामने कैप्टन ने रखी अपनी बात
पंजाब में कांग्रेस कैसे और मजबूत हो इसको लेकर कैप्टन ने कमेटी के सामने 2022 चुनाव के रोडमैप दिया है। उन्होंने बताया है कि जो जिम्मेदारी उन्हें दी गई थी वो उसे निमा रहे हैं। उन्होंने साथ यह भी बताया कि उन्होंने उन्होंने कांग्रेस नेताओं की सिफारिश पर काम करवाए है और इसके लिए उन्होंने दस्तावेज दिखाया था।