जुबिली न्यूज डेस्क
चीन की टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई ने चीन की सोशल मीडिया साइट वीबो पर एक पोस्ट में आरोप लगाते हुए लिखा था कि उन्हें पूर्व उप-प्रधानमंत्री झांग गाओली के साथ सेक्शुअल रिलेशन बनाने के लिए मजबूर किया गया।
पेंग की इस आरोप पर महिला टेनिस संघ ने कहा कि देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री पर सार्वजनिक रूप से उत्पीडऩ का आरोप लगाने वाली खिलाड़ी पेंग शुआई को बोलने का मौका दिया जाना चाहिए, ना कि उन पर रोक लगाई जानी चाहिए।
महिला टेनिस संघ ने खिलाड़ी शुआई के मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि यह एक गंभीर चिंता का विषय है।
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संघ ने यह भी कहा है कि आरोपों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इस मामले की बिना सेंसरशिप के जांच होनी चाहिए।
35 वर्षीय पेंग दुनिया की पूर्व नंबर एक युगल खिलाड़ी हैं, जिनके नाम दो ग्रैंड स्लैम खिताब हैं। साल 2013 में विंबलडन और 2014 फ्रेंच ओपन में उन्होंने ताइवान के हसिह सु-वेई के साथ खिताब जीता था।
शुआई ने इस महीने की शुरुआत में आरोप लगाए थे, मगर जल्दी ही उसे इंटरनेट से हटा दिया था। यह पहली बार है जब चीन के किसी वरिष्ठ राजनीतिक नेता के खिलाफ ऐसा आरोप लगाया है।
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वहीं पूर्व उप प्रधानमंत्री 75 वर्षीय झांग ने उन पर लगे आरोपों का कोई जवाब नहीं दिया है।
उन्होंने 2013 और 2018 के बीच चीन के उप-प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला था। वह राष्ट्रपति शी जिनपिंग के करीबी सहयोगी रहे हैं।
हालांकि महिला टेनिस खिलाड़ी पेंग ने यह भी माना है कि वह अपने आरोपों का समर्थन करने के लिए सुबूत नहीं दे पाएंगी।