न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी की प्रचण्ड जीत ने सबको चौका दिया था। देश की जनता ने बीजेपी को 303 सीटें दी तो वहीं एनडीए को 350 का आंकड़ा पार करा दिया।
बीजेपी का कोर वोट तो सभी को पता है लेकिन यह भी सच है कि कोर वोटर के भरोसे इतनी बड़ी जीत हासिल नहीं कर सकती। यानि की बीजेपी की जीत में सवर्ण के अलावा एससी, ओवीसी का भी योगदान है।
ऐसा ही खुलासा आईएएनएस-सीवोटर की सर्वे में हुआ है। एनडीए को सबसे ज्यादा वोट ओबीसी, एससी-एसटी और सवर्ण हिंदुओं ने दिए हैं।
आईएएनएस-सीवोटर ने वोटिंग पैटर्न की स्टडी करने के बाद ये रिजल्ट निकाला है, जिसमें एनडीए को मिलने वाले कुल वोटों में से अलग-अलग वर्गों का वोट प्रतिशत निकाला गया और एक अनुमान लगाकर अंतिम नतीजे निकाले। एनडीए को 47.1 प्रतिशत ओबीसी, 43.2 प्रतिशत एसटी और 39.5 प्रतिशत एससी वोट मिला।
इस सर्वे में किए गए धर्म और जाति आधारित विश्लेषण में पता चला है कि एनडीए का समर्थन करने वाले सबसे ज्यादा सवर्ण हिंदू हैं। सर्वे के मुताबिक 51.6 प्रतिशत सवर्ण हिंदुओं ने पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले एनडीए को वोट दिया।
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यूपीए के वोट प्रतिशत में कमी
एनडीए को जहां इन सभी वर्गों के सबसे ज्यादा वोट मिले हैं, वहीं यूपीए के वोट प्रतिशत में कमी देखी गई। इन सभी वर्गों में यूपीए को सबसे ज्यादा (30.1 प्रतिशत) एसटी वोट मिले। इसके बाद एससी (29.8 प्रतिशत) और ओबीसी के 25.4 प्रतिशत वोट मिले। वहीं यूपीए को 40.8 प्रतिशत मुस्लिम वोट, 28 प्रतिशत सिख और 27.8 प्रतिशत ईसाई वोट मिले।
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आंकड़ों के मुताबिक एनडीए को 45.7 प्रतिशत ईसाइयों और 38.2 प्रतिशत सिखों ने वोट दिए। मुस्लिम वोटर्स को छोड़कर लगभग सभी धार्मिक समुदाय के लोगों ने एनडीए के लिए वोट किया।