लखनऊ। अखिल भारतीय ब्लैक बेल्ट प्रमाणन, राष्ट्रीय रेफरी और कोच सेमिनार के सफल समापन के अवसर पर भारत में ताइक्वांडो के संस्थापक और ताइक्वांडो के पिता डॉ ग्रैंड मास्टर जिम्मी आर जगतियानी ने ग्रैंड मास्टर गौरव सिंह चौहान को भारत में ताइक्वांडो खेलों के योगदान और प्रचार के लिए और पिछले 3 दशकों से अधिक समय से मार्शल आर्ट के क्षेत्र में उनके समर्पण के लिए प्रतिष्ठित ‘कुक्किवों पिन’ से सम्मानित किया।
साउथ कोरिया स्थित कुक्किवों ताइक्वांडो का विश्व मुख्यालय है जो वैश्विक स्तर पर ताइक्वांडो से संबंधित हर चीज को नियंत्रित, विनियमित और लाइसेंस देता है।
गौरव ने हमें बताया कि उन्होंने लगभग 5-6 साल की उम्र में अपनी मार्शल आर्ट की यात्रा शुरू की थी और तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। गौरव अब तक 9 विभिन्न तरह की मार्शल सीख चुके हैं। ग्रैंड मास्टर गौरव वर्तमान में टी. एफ. आई. (भारतीय ताइक्वांडो महासंघ) में प्रचार विंग के चेयरमैन के रूप में कार्य कर रहे हैं और कल्कि आर्ट ऑफ सेल्फ डिफेंस द्वारा मिशन स्व-रक्षा के संस्थापक भी हैं।
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को समर्पित अपने मिशन के तहत ग्रैंड मास्टर गौरव ने भारत, रूस, नेपाल, थाईलैंड और कई अन्य देशों में 4,50,000 से अधिक महिलाओं और बच्चों को अकेले प्रशिक्षण दिया है। ग्रैंड मास्टर गौरव को उनकी महिलाओं और बाल सुरक्षा पहलों के लिए डिफेंस, N.C.C और कई अन्य देशों से कई पुरस्कारों और मान्यताओं से सम्मानित किया गया है और उन्हें 2022 में सर्वश्रेष्ठ आत्मरक्षा और कमांडो प्रशिक्षण मेंटर के टाइटल से भी सम्मानित किया गया है।
ग्रैंड मास्टर गौरव को उनके कई सामाजिक कार्यों, पहले और मानवता और विश्व शांति को बढ़ावा देने के लिए गौरव ह्यूमन के नाम से भी जाना जाता है और सोशल मीडिया और असल जीवन में वह इसी नाम और पहचान से जाने जाना पसंद करते हैं।