जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनाव जैसे-जैसे करीब आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे नेताओं की जुब़ान बेलगाम होती नजर आ रही है। चुनाव जीतने के लिए नेताओं की जुब़ान अक्सर फिसल जाती है।
ये कोई नई बात नहीं है। हर चुनाव ऐसा देखने को मिलता है। उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव महज कुछ दिनों का वक्त बचा है। ऐसे में बीजेपी दोबारा सत्ता में वापसी के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
दूसरी ओर विपक्ष ने भी पूरी तरह से बीजेपी को घेरने के लिए कमर कस ली है। चुनाव नजदीक आते हैं कि वादों और बड़ी घोषणाओं का सिलसिला भी चल पड़ा है।
#Ghaziabad लोनी से @BJP4India विधायक @nkgurjar4bjp के कथित विवादित बयान अली न, न बाहुबली, लोनी में बजरंगबली
चुनाव आयोग हुआ सख्त भेजा नोटिस कहा 3 दिन मे लिखित में रखे अपना पक्ष रखे @ptsharma4bjp @Shrivastav001 @KasanaYashpal pic.twitter.com/HlfJk9adZz— journalist Arun panchal (@journalistArun3) January 16, 2022
इतना ही नहीं नेताओं के बीच जुब़ानी जंग भी तेज हो गई है। बीजेपी और सपा अब आमने सामने हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश विधानसभा में चुनाव लोनी विधानसभा सीट में तब देखने को मिला जब बीजेपी प्रत्याशी नंद किशोर गुर्जर ने विवादित बयान दिया है। दरअसल, बीजेपी द्वारा प्रत्याशी की लिस्ट जारी किए जाने के बाद नंदकिशोर गुर्जर ने कहा था कि लोनी में ‘ना अली, ना बाहुबली, लोनी में सिर्फ बजरंगबली… अब उनके इस बयान को चुनाव आयोग ने नोटिस किया है।
और लोनी में न अली, न बाहुबली, लोनी मे सिर्फ बजरंगबली के नारे पर जिला निर्वाचन अधिकारी पर चुनाव आयोग द्वारा उन्हें नोटिस थमाने में देरी नहीं की है।
इसके साथ तीन दिनों के अंदर उन्हें इस बयान पर अपना जवाब देना होगा। रिटर्निग अफसर द्वारा जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि गुर्जर तीन दिनों के भीतर यानी बुधवार तक लिखित में जमा करें अपनी दलील आखिर धार्मिक आधार पर क्यों दिया नारा? उनके इस बयान से साफ पता लग रहा है कि उन्होंने हिन्दू वोट को अपनी ओर करने की कोशिश की है। इस दौरान कोरोना की नियमों की जमकर धज्जियां उड़ायी गई है।