जुबिली न्यूज़ डेस्क
फ्रांस में राष्ट्रपति द्वारा की गयी विवादित टिप्पणी का विरोध अब भारत में भी बढ़ रहे है। बीते दिन मध्यप्रदेश के भोपाल में हुए प्रदर्शन को देखते हुए अब उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट कर दिया गया है। इसके लिए प्रदेश के डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिया है। साथ ही पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
डीजीपी मुख्यालय से जारी किये गये निर्देश में कहा गया कि किसी भी आयोजन पर विशेष नजर रखा जाए। सभी पुलिस कप्तानों को ये निर्देश दिए गये हैं कि स्थानीय अभिसूचना इकाइयों को सतर्क कर दिया जाए। जिले में कहीं भी लोगों को एक साथ इकट्ठा न होने दिया जाए। बाजारों, मॉल, धार्मिक स्थलों पर विशेष सतर्कता बरती जाए।
इसके साथ ही कोरोना को लेकर जो गाइडलाइन जारी की गयी है उनका सख्ती से पालन कराया जाए। पुलिस पेट्रोलिंग की संख्या को बढ़ाए।जहां जहां उपचुनाव होने हैं , उन जिलों में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें और विशेष सतर्कता बरतें।
बीते दिन हुआ भोपाल में प्रदर्शन
गौरतलब है कि फ्रांस में जारी कार्टून विवाद को लेकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इकबाल मैदान में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने मांग की कि फ्रांस में मौजूद भारतीय राजदूत को केंद्र सरकार वहां के शासन के ‘मुस्लिम विरोधी’ रुख के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए कहे।
वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर शांति-व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही। इसके बाद मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मसूद ने मैक्रों पर पैगंबर मोहम्मद के आक्रामक कार्टूनों का समर्थन करने और जानबूझकर मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है।
क्या है मामला
बता दें कि यह पूरा विवाद पेरिस के उपनगरीय इलाके में एक शिक्षक की हत्या के बाद शुरू हुआ।उस शिक्षक ने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून अपने विद्यार्थियों को दिखाए। बाद में उसकी सिर काटकर हत्या कर दी गई। शिक्षक की हत्या के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ओर से की गई विवादित टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों के बीच फ्रांस के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है।