जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. अज जजीरा न्यूज़ चैनल की चर्चित रिपोर्टर शिरीन अबू अक्लेह की बुधवार को इजराइली कब्जे वाले वेस्ट बैंक में जेनिन शरणार्थी शिविर में इजराइली सेना की छापेमारी की कवरेज के दौरान चेहरे पर गोली लगने से मौत हो गई. इस दौरान एक फिलीस्तीनी पत्रकार अली अल समौदी को भी गोली लगी है, जिन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया है. शिरीन अरबी भाषा की बहुत शानदार रिपोर्टर थीं और युद्ध क्षेत्र की कवरेज में उन्हें महारत हासिल थी.
अल जजीरा चैनल ने जहाँ अपनी रिपोर्टर की मौत के लिए इजराइल को ज़िम्मेदार ठहराया है वहीं इजराइल ने कहा है कि वह जांच करा रहा है कि रिपोर्टर को किसकी गोली लगी. हालांकि फिलीस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीधे तौर पर इजराइली सेना पर दोष मढ़ते हुए कहा है कि दोनों पत्रकारों को सेना के जवानों ने ही गोली मारी है जबकि शिरीन ने नीले रंग की जैकेट पहन रखी थी जिस पर प्रेस लिखा हुआ था.
इजराइली सेना ने महिला पत्रकार की मौत पर कहा कि जेनिन में सेना को विस्फोटकों से निशाना बनाया गया था, सेना ने इसकी जवाबी कार्रवाई की थी. सेना ने कहा है कि हो तो यह भी सकता है कि महिला पत्रकार शिरीन फिलीस्तीनी बंदूकधारियों के निशाने पर आ गई हों. हालांकि हम खुद इस मामले की जांच कर रहे हैं कि आखिर उनकी मौत कैसे हुई.
यह भी पढ़ें : सच दिखाने पर पत्रकारों को तालिबान ने दिया ये तोहफा
यह भी पढ़ें : पत्रकार और उसके भाई की गोली मार कर हत्या
यह भी पढ़ें : काबुल में पत्रकार और संसद सलाहकार की गोली मारकर हत्या
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : उसके कत्ल पे मैं भी चुप था, मेरा नम्बर अब आया