जुबिली न्यूज डेस्क
लोकसभा में मंगलवार को बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के ‘जाति’ पर दिए गए बयान की चर्चा आज भी जारी है. समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने संसद के बाहर बुधवार को कहा कि जाति का सवाल कोई नया नहीं है और इसका सवाल बहुत पुराना है.
“एक समय यूपी के सदन में ऐसा आया था जहां शूद्र को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी. मैं जब मंदिर के दर्शन करने गया तो कुछ ऐसी ताक़तें थीं जो नहीं चाहती थीं कि मैं हवन-पूजन करूं.”
उन्होंने कहा कि “मैं वो दिन नहीं भूल सकता हूं जिस दिन मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से धोया गया था. किसी मुख्यमंत्री के घर को गंगाजल से कैसे साफ़ किया जा सकता है. लोकसभा चुनाव में मैंने मैनपुरी में देखा था कि प्रतिमा को धोया गया था.”
“कन्नौज के जिस मंदिर में मैं पहली बार चुनाव जीतकर गया था, वहां से लौटने के बाद उस मंदिर को धोया गया था. जब आप चंद्रमा पर जाना चाहते हैं, डिजिटल इंडिया की बात हो रही है, विश्व गुरु, अमृतकाल की बात हो रही हो, वहां आप गंगाजल की बात कर रहे हैं.”
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“क्या बीजेपी, कांग्रेस पार्टी के किसी नेता या किसी भी व्यक्ति की जाति पूछ सकती है. मुझे लगता है कि अनुराग ठाकुर जी को कहा गया है कि सदन में 99 बार गाली खाकर आओ तब आप मंत्री बनोगे.”मंगलवार को लोकसभा में अनुराग ठाकुर के बयान के बाद अखिलेश यादव भी बोले थे और उन्होंने विरोध करते हुए अनुराग ठाकुर से कहा था कि वो जाति कैसे पूछ सकते हैं.