लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा की दोस्ती लगातार सुर्खियों में है। दोनों के गठबंधन से यूपी की सियासत का पारा लगातार चढ़ रहा है। बीजेपी को हटाने के लिए अखिलेश यादव और मायावती ने पूरा जोर लगा दिया है। दोनों लगातार मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। इतना ही नहीं अखिलेश और मायावती दोनों ही रडार पर मोदी-योगी है। उधर मायावती के प्रधानमंत्री बनने को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच अखिलेश यादव ने एक चैनल से कहा कि वह पीएम की दौड़ में नहीं है लेकिन मायावती को प्रधानमंत्री के तौर पर पेश कर सकते हैं।
उन्होंन साफ कर दिया है कि मायावती को पीएम बनाने के लिए वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ऐसे में मायावती उन्हें सीएम बनाने में साथ देंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन साल 2017 में विधानसभा चुनाव में था और इस चुनाव में कांग्रेस के साथ तालमेल करना चाहते थे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के कांग्रेस ने उन्हें भूला दिया।
उन्होंने यहां तक कह दिया कि बीजेपी की तरह कांग्रेस भी घमंड में चूर है। उन्होंने राहुल गांधी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस जहां मजबूत नहीं है वहां पर सपा-बसपा के गठबंधन का साथ दे रही है, इस पर अखिलेश ने कहा कि कि कांग्रेस ने भले ही हमारा कुछ सीटों पर समर्थन किया हो, लेकिन यह भी सच है कि वह बिना कुछ जीते सिर्फ ऐंटी-मोदी वोट खा रही है। कुल मिलाकर अब देखना होगा कि कांग्रेस और सपा में फिर से दोस्ती होती है कि नहीं।