जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव साल 2022 में होने हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दल इन चुनाव की तैयारियों में लग गये हैं। इस बीच नेताओं का दल बदलना जारी है। शनिवार को समाजवादी पार्टी में आये विभिन्न दूसरे दलों से आये लोगों ने सदस्यता ग्रहण की।
इन सभी को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सदस्यता दिलाई। इसके अलावा अखिलेश ने पार्टी कार्यालय में 3 पुस्तकों का विमोचन भी किया।
पार्टी कार्यालय में पुस्तकों के विमोचन और दूसरे दलों से आये लोगों को सदस्यता दिलाने के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला।उन्होंने डिसीजन, संग अदा के गाता चल, शीशा और पत्थर किताबों का विमोचन किया। यही नहीं उन्होंने अपर्णा यादव द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए दिए गए चंदे, श्रीधरन के बीजेपी ज्वाइन करने सहित तमाम मुद्दों पर बयान भी दिया।
बता दें कि कांग्रेस नेता ऊषा मौर्य, जौनपुर से बसपा के तेज प्रताप मौर्य, विजय प्रताप कुशवाहा, बरेली से सलोना कुशवाहा, चंदौली से बसपा के सुधाकर मौर्य, मज़दूर यूनियन गाज़ियाबाद से बाबू सिंह आर्य ने सपा की सदस्यता ग्रहण की।
इसके अलावा बसपा से वीरेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार पाल, आजमगढ़ से कांग्रेस के डॉ अभिषेक राय, गोंडा से बीजेपी की सौम्या पांडेय, इलाहाबाद से कमल कुमार प्रजापति, शालिनी राकेश, रिटायर्ड आईपीएस रामेश्वर दयाल ने भी सपा ज्वाइन की।
इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी विचारधारा को अपनाते हुए कई साथी पार्टी से जुड़ रहे हैं।लोहिया और अम्बेडकर के विचारों पर समाजवादी पार्टी चल रही है। पार्टी में लोग लगातार जुड़ रहे हैं। इसलिए नई सरकार की तैनाती की ज़रूरत है।
किसानों, नौजवानों और मुसलमान भाइयों की मांग का सरकार ने अपमान किया है। इस सरकार के 4 साल पूरे होने वाले हैं और बीजेपी ने उद्घाटन का उद्घाटन, शिलान्यास का शिलान्यास और एमओयू का एमओयू किया है।
उन्होंने कहा कि सीएम की भाषा, जो वो सदन या मंचों से बोलते है क्या कोई मुख्यमंत्री के बयान हैं? समंदर में डूब जाना चाहिए। इनके डीएनए में विभाजन है।धर्म के आधार पर उन्होंने कई बेतुके बयान दिए हैं। विकास पर कम बोलते हैं। विकास पर बोलते तो प्रदेश का ज़्यादा भला होता। समाजवादी सरकार के कामों को रोके रखा। बड़े-बड़े एक्सप्रेसवे पूरे नही कर पाए। सब सपा की ही देन है।
पूर्व सीएम ने कहा कि बीजेपी कहती है कि सपा सरकार ने आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए हैं। मैं ये कहता हूं कि सपा ने कभी अपने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के मुकदमे तक वापस नहीं लिए।सीएम के सदन में दलाल टिप्पणी पर भी उन्होंने कसते हुए कहा कि सपा ने चीनी मिल बेच दी।
योगी जी बताएं कि हमने कौन सी चीनी मिल बेच दी? लखनऊ में जो पुलिस भवन बना है वो समाजवादी सरकार की देन थी लेकिन वहां बैठे अफ़सरों ने लोगों पर झूठे मुकदमे लगाए हैं। सदन में अभद्र भाषा बोलने वाले सीएम को जनता जवाब देगी।
ये भी पढ़े : मनोझ झा ने मोदी को उनके पुराने वीडियो देखने की क्यों सलाह दी?
उधर, अपर्णा यादव के राम मंदिर निर्माण में चंदा देने पर अखिलेश ने तंज किया कि अवसर ढूंढ़ने वालों ने आपदा में अवसर ढूंढ़ लिया है। बीजेपी को क्या दक्षिणा स्वीकार नहीं है।हम राम मंदिर के लिए दक्षिणा दे रहे।
ये भी पढ़े : मंगल ग्रह से नासा के पर्सिवियरेंस रोवर ने भेजीं ये तस्वीरें
इसके अलावा श्रीधरन के पार्टी जॉइन करने पर उन्होंने कहा कि वो पार्टी जॉइन करने के बाद लखनऊ आएं और गोरखपुर में जल्द मेट्रो बनवाएं क्योंकि सीएम ने पहले साल में गोरखपुर में मेट्रो चलाने का वादा किया था, जो वो पूरा नहीं कर पाए।