जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाला विधान सभा चुनाव अब और रोचक होता नजर आ रहा है। जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक हलचल उत्तर प्रदेश में बढ़ती नजर आ रही है।
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को जो कदम उठाया है वो शायद विरोधियों को हैरान और परेशान दोनों कर सकता है। दरअसल अखिलेश यादव ने गुरुवार को चौंकाते हुए प्रसपा अध्यक्ष और अपने चाचा शिवपाल यादव मुलाकात यूपी का सियासी पारा एक बार बढ़ा दिया है।
अरसे से चली आ रही रार आखिरकार अब खत्म होती नजर आ रही है। मुलाकात की जानकारी खुद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दी है और बताया है कि उनके चाचा उनके साथ है और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन पर सहमति बन गई है।
प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई।
क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है। #बाइस_में_बाइसिकल pic.twitter.com/x3k5wWX09A
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 16, 2021
अखिलेश यादव ने मुलाकात की फोटो शेयर करते हुए लिखा, प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाकात हुई और गठबंधन की बात तय हुई। क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है।
अखिलेश यादव ने अपने चाचा के घर पहुंचकर उनका आशीर्वाद लिया है और अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव के पांव छुए तो भावुक हुए शिवपाल यादव ने उन्हें गले लगाया। इस दौरान दोनों के बीच 40 मिनट से ज्यादा बातचीत हुई और दोनों दल एक साथ चुनावी दंगल में ताल ठोंकते हुए नजर आयेंगे।
इस अवसर पर शिवपाल यादव और उनकी पत्नी यानि अखिलेश यादव की चाची भी मौजूद थी। कुल मिलाकर देखा जाये तो शिवपाल और अखिलेश की जोड़ी एक बार फिर चुनावी मैदान में नजर आयेंगे। ऐसे में बीजेपी की नींद उडऩा तय माना जा रहा है क्योंकि शिवपाल यादव का अच्छा खासा वोट बैंक है और सपा को इसका बड़ा फायदा हो सकता है।