पॉलिटिकल डेस्क।
लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। नेता अपने चुनाव प्रचार के साथ ही एक दूसरे पर जमकर बयानबाजी भी कर रहे हैं। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ से भाजपा विजय संकल्प रैली की शुरूआत कर दी है।
मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा और सपा-बसपा-रालोद के गठबंधन को ‘सराब’ बताया। उन्होंने कहा कि सपा का स, रालोद का रा और बसपा का ब से बचें, क्यों ये सेहत के लिए हानिकारक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए एक ट्वीट किया और पीएम मोदी को ‘सराब’ और ‘शराब’ में फर्क समझाते हुए तंज किया है।
उन्होंने लिखा है कि, आज टेली-प्रॉम्प्टर ने यह पोल खोल दी कि सराब और शराब का अंतर वह लोग नहीं जानते जो नफ़रत के नशे को बढ़ावा देते हैं
सराब को मृगतृष्णा भी कहते हैं और यह वह धुंधला सा सपना है जो भाजपा 5 साल से दिखा रही है लेकिन जो कभी हासिल नहीं होता। अब जब नया चुनाव आ गया तो वह नया सराब दिखा रहे हैं।
आज टेली-प्रॉम्प्टर ने यह पोल खोल दी कि सराब और शराब का अंतर वह लोग नहीं जानते जो नफ़रत के नशे को बढ़ावा देते हैं
सराब को मृगतृष्णा भी कहते हैं और यह वह धुंधला सा सपना है जो भाजपा 5 साल से दिखा रही है लेकिन जो कभी हासिल नहीं होता। अब जब नया चुनाव आ गया तो वह नया सराब दिखा रहे हैं
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 28, 2019
बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रथम चरण में आठ लोकसभा सीटों पर 11 अप्रैल को चुनाव होंगे। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी पीएम मोदी ने मेरठ से ही चुनाव प्रचार का आगाज किया था। मेरठ से चुनाव अभियान शुरु की करने की खास वजह यह है कि 1857 में स्वतंत्रता के आंदोलन का पहला बिगुल यहीं फूंका गया था।
अखिलेश यादव के ट्वीट केे बाद सीएम योगी के सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने इसका जवाब देते हुए लिखा – अखिलेश जी आप प्रधानमंत्री के भाषण को फिर से सुनिए। रिपीट कर के सुनिए , ध्यान से सुनिए , एकाग्र होकर सुनिए।