स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज कर कई पार्टियों के अस्तित्व पर सवाल उठाया है। बीजेपी की प्रचंड जीत में कुछ छोटे और क्षेत्रीय दल अपनी साख बचाने में नाकाम साबित हुए है। यूपी में भी बीजेपी लहर देखने को मिली है। सपा-बसपा दोनों का तालमेल में जीत नहीं दिला सका। सपा पांच पर रही तो बसपा पिछली बार की तुलना में बड़े फायदे में रहते हुए 10 सीटों को अपने कब्जे में किया है।
इस हार के बाद सपा के कुनबे में घमासान तेज हो गया। मुलायम खुद सपा की हार को लेकर परेशान नजर आये हैं। उन्होंने इसके बाद कुछ कड़े ेकदम उठाने के संकेत भी दिये थे लेकिन इस बीच मुलायम की तबियत अचानक खराब हो गई। इसके चलते उन्हें अस्तपाल में भर्ती कराया गया है। इस दौरान कल यानी सोमवार को मुलायम का हालचाल लेने के लिए सूबे के मुखिया योगी आदित्यानाथ भी उनके आवास पहुंचे थे लेकिन सबसे बड़ी बात यह थी इस बीच अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव भी मुलायम के घर पहुंचे थे लेकिन वहां पर दोनों की नजरे कही और थी।
नजदीक होने के बावजूद चाचा और भतीजे की कम दूरियां कम नहीं होने का नाम नहीं ले रही है। कयासों के दौर में तो शिवपाल सपा में शामिल हो रहे थे लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा है। पूरी घटना में सबसे अहम बात यह रही है कि योगी के जाने के बाद चाचा और भतीजे के साथ मुलायम ने कुछ अलग बाते कही है और शायद दोनों को समझाया है। जानकारी के मुताबिक अखिलेश चाहते है कि शिवपाल उनके नेतृत्व को माने लेकिन ऐसा नहीं हो सकता है। मुलाकात तो हुई है दोनों में शायद औपचारिकता को निभाया गया लेकिन दोनों के दिलों में अब भी दूरियां है। कुल मिलाकर दोनों में रार कम होने का नाम नहीं ले रही है।