जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को पार्टी के सभी विधानसभा अध्यक्षों से कहा कि हर एक वोटर सहेजने के लिए बूथ स्तर तक काम करें और उसकी योजना बनाएं। 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के वोटरों के नाम सत्ता के इशारे पर काट दिए गए थे, जानबूझकर उनके बूथ दूर कर दिए गए थे। इस बार इन पर ध्यान रखना है।
बता दे कि उन्होने 22 जनवरी को वोटर लिस्ट प्रकाशित होगी, तभी समीक्षा कर लें कि अपने कौन से वोटर के नाम कट गए हैं या छूट गए हैं, उनको जुड़वाएं। 2024 के चुनाव में किसी भी तरह चूकना नहीं है।
अखिलेश ने गुरुवार को लखनऊ स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया सभागार में विधानसभा अध्यक्षों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने चुनावी तैयारियों के निर्देश दिए। साथ ही उनके सुझाव भी जाने। अखिलेश ने कहा कि भाजपाई हर जिले में जमीन कब्जा कर रहे हैं। किसान परेशान हैं, नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहा। पीडीए के बचत में कटौती हो रही है। जनता त्रस्त है। उसके बीच हमें सरकार की नाकामियों और उपलब्धियों को बताना होगा।
गठबंधन से बातचीत अच्छे माहौल में
बैठक के पहले पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने कहा कि गठबंधन से बातचीत अच्छे माहौल में हो रही है, जल्द ही आपको जानकारी मिल जाएगी। कांग्रेस नेताओं के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि धर्म व्यक्तिगत विषय है, इस पर टिप्पणी नहीं होनी चाहिए। डाक से प्राण प्रतिष्ठा का न्योता भेजे जाने पर अखिलेश बोले, हम भी डाक से जवाब देंगे। स्मारक घोटाले को लेकर छापेमारी पर भी सपा मुखिया ने कहा कि अब यह सामान्य बात हो गई है। चुनाव आ गया है तो कार्रवाई तेज होगी।
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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज समाजवादी पार्टी के सभी विधानसभा अध्यक्षों के साथ, बैठक में, जो पार्टी के राज्य मुख्यालय 19 विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ में डॉ0 राम मनोहर लोहिया सभागार में हुई, इस बात पर चर्चा की कि समाजवादी पार्टी का वोट कैसे रोकना है?
किसी भी वोटर का नाम छूटने न पाए
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और प्रशासन मिलकर समाजवादी पार्टी के समर्थकों का नाम वोटर लिस्ट से या तो डिलीट कर दिये या दूसरे बूथों में शामिल कर दिए गए हैं, जिससे कि बहुत से वोटर अपना वोट न डाल पाये। 22 जनवरी को प्रकाशित होने वाली मतदाता सूची में हमें नाम जोड़ना है। कोशिश हो कि किसी भी वोटर का नाम छूटने न पाए। इसकी तैयारी अभी से विधानसभा स्तर पर करनी है।