राजेंद्र कुमार
अपने एकतरफा फैसलों से उत्तर प्रदेश की सियासत में लगातार गहराते जा रहे सियासी संकट से निजात पाने के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव अब पार्टी विधायकों के विचार विमर्श कर फैसला लेंगे. विधानसभा चुनावों में सहयोगी रहे दलों के सपा से दूर जाने और कई मुस्लिम संगठन के अखिलेश यादव से नाराज होने तथा पार्टी के भीतर कई विधायकों द्वारा अपनी मनमानी करने की वजह से अखिलेश यादव ने अब पार्टी में सभी की राय लेकर फैसला करने के निर्णय लिया है. जिसके तहत ही मंगलवार को अखिलेश ने पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई है.
इस बैठक में पार्टी के उन पांच विधायकों पर एक्शन लेने पर विचार विमर्श किया जाएगा, जिन्होंने पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर राष्ट्रपति चुनावों में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया था. इन विधायकों पर क्या एक्शन लिया जाए? यह पार्टी विधायकों की राय जानने के बाद तय किया जाएगा.
सपा नेताओं से प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार को बुलाई गई बैठक बेहद महत्वपूर्ण है. इस बैठक में सपा के सभी विधायकों के साथ-साथ वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे. इसमें पार्टी को एकजुट करने के लिए रणनीति बनाने के साथ ही आगे के कार्यक्रम तय करने के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. इसके साथ ही बैठक में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करने वाले पार्टी के विधायकों के खिलाफ एक्शन लेने पर राय मशविरा किया जाएगा.
गौरतलब है कि शिवपाल सिंह यादव सहित पार्टी के छहविधायकों ने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया है. इनमें से द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में ऐलान कर वोट डालने वाले शिवपाल सिंह से तो अखिलेश यादव ने निजात पा ली है, लेकिन अभी तक ये साफ नहीं हो सका है कि राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले सपा के पांच अन्य विधायक कौन हैं. पार्टी को कुछ नाम पता चले हैं, जिन पर शक है कि विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है. अखिलेश यादव पर क्रॉस वोटिंग करने वाले इन विधायकों को चिन्हित कर उन पर उसी तरह की कार्रवाई करने का दबाव है, जैसे की उन्होंने शिवपाल यादव के खिलाफ की है.
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सपा नेताओं के अनुसार, अखिलेश यादव के निर्देश की अनदेखी कर एनडीए प्रत्याशी को वोट देने वाले सपा के पांच विधायकों में दो विधायकों के नाम पार्टी नेतृत्व ने पता कर लिए हैं. इनमें एक पश्चिमी यूपी के हैं तो दूसरे पूर्वी यूपी के हैं. दोनों मंत्री भी रह चुके हैं. बाकी तीन के नाम पता करने के लिए पार्टी अपने स्तर से प्रयास कर रही है. सपा नेताओं का कहना है कि देर सबेर इन विधायकों के नाम पता चल जाएंगे. रही बात इन विधायकों के खिलाफ एक्शन लेने की तो पार्टी किसी भी सूरत में क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को निष्कासित नहीं करेगी बल्कि उन्हें भी ‘जहां मान सम्मान मिले वहां जाने के आप स्वतंत्र हैं, के तर्ज पर पार्टी उन पर कार्रवाई करेगी. इसी मसले पर मंगलवार को विचार विमर्श होगा और प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ जनता के बीच उठाये जाने वाले मुद्दों को भी बैठक में फाइनल किया जाएगा.