जुबिली न्यूज डेस्क
यूपी के सियासत में हलचल मचा रहता है। आए दिन कुछ ना कुछ देखने को मिलता रहता है। वहीं देश भर में अलग-अलग पार्टी से अलग- अलग अभियान चला जा रहे है। जिसको देखते हुए सपा मुखिया भी पीछे नहीं रहे। इसी कड़ी में अखिलेश यादव भी पहली बार पदयात्रा करने जा रहे हैं। पदयात्रा की दूरी तो सिर्फ ढाई-तीन किलोमीटर की है, लेकिन इसके जरिए वह बड़ा संदेश देने की कोशिश में हैं।
जानकारी के मुताबिक यह पदयात्रा 19 तारीख को सपा मुख्यालय से विधानभवन तक होगी। विधानसभा सत्र में भाग लेने से पहले नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव का अब इस तरह का प्रतीकात्मक अभियान शुरू होगा।
कई बार निकाली यात्राएं
अभी तक अखिलेश कई रथयात्राएं निकाल कर जनता के बीच जा चुके हैं। वह कई मौकों पर साइकिल यात्राएं निकालते रहे हैं। साइकिल उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह भी है। अखिलेश लखनऊ समेत कई जिलों में धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं। पर अब उन्होंने पैदल मार्च का विकल्प चुना है।
जानें कब लिया इस अभियान का फैसला
उन्होने ये फैसला तब किया जब सपा विधायकों को विधानभवन में धरना देने के अभियान को रोक दिया। अब सपा इस नए अभियान के जरिए कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेगी। माना जा रहा है भविष्य में अखिलेश यादव पैदल यात्रा जैसा कोई अभियान लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चलाएं।
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एसी कमरे से बाहर न निकलने का आरोप
असल में सपा विरोधियों द्वारा अखिलेश यादव पर एसी कमरे से बाहर न निकलने का आरोप लगता रहा है। यह आरोप सुभासपा, बसपा और भाजपा तक लगाती है। सपा के एक नेता बताते हैं कि इस अभियान के तहत सड़क पर आने व पैदल चलने से विरोधियों के हाथ से यह मुद्दा छिन जाएगा। और सत्ताधारी सरकार को भी मुहतोड़ जवाब मिलेगा।
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