पॉलिटिकल डेस्क
लखनऊ। चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे नेताओं की जुबान आग उगल रही है। मोदी बनाम विपक्ष की लड़ाई अब अंतिम दौर में पहुंच गई है। मोदी के विजय रथ को रोकने के लिए सारे विरोधी एक साथ नजर आ रहे हैं। दूसरी ओर राहुल गांधी भी लगातार मोदी को राफेल के खेल में घेरते दिखे हैं तो अखिलेश यादव ने भी मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आलम तो यह है मोदी चुन-चुन कर विपक्षी नेताओं पर हमला कर रहे हो लेकिन उनके विरोधी भी मोदी पर तंज कसने से चूक नहीं रहे हैं।
अखिलेश यादव ने मोदी के उस कथन पर कटाछ किया है जिसमें वह हमेशा अपने आपको चौकीदार कहते हैं। अखिलेश ने कहा कि अगर मोदी चौकीदार तो मैं तो पहले से ही दूधवाला हूं। उन्होंने आगे कहा कि मोदी अब ट्विटर पर चौकीदार लिख रहे हैं, इसलिए अब चायवाले की जगह खाली है। इस पर अखिलेश ने हंसते हुए कहा कि मैं अपने नाम के आगे चायवाला लिख लूंगा, मैं तो पहले से ही दूधवाला हूं।
अखिलेश ने एक चैनेल से बातचीत में कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन इस बार बीजेपी को साफ कर देगा। अखिलेश यादव ने मोदी के दोबारा पीएम बनने को लेकर साफ कर दिया है कि जनता इस बार बदलाव चाहती है। अखिलेश के अनुसार मोदी नहीं कोई और पीएम होगा इस बार। उन्होंने कहा कि होली करीब है। ऐसे में रंग बदलने वाला है और मोदी सरकार को जाना होगा।
मैं भी चौकीदार हूं पर अखिलेश ने किया ये वार
देश में चौकीदार शब्द को लेकर रार देखी जा सकती है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल मामले को लेकर कई बार अलग-अलग मंच से ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगवाते रहे हैं और पीएम मोदी को लगातार दबाव बनाते रहते हैं। इसी को अपनी ताकत बनाते हुए बीजेपी ने ‘मैं भी चौकीदार’ कैम्पेन लॉन्च किया है, जिसे सोशल मीडिया पर कई लोगों ने पसंद भी किया। इसको लेकर अखिलेश ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं भी चौकीदार की मार्केटिंग उन किसानों का भी अनादर है जो रात भर जाग कर अपने खेत बचाने पर मजबूर हो गए। उन्होंने कहा कि देश को प्रचार मंत्री नहीं बल्कि प्रधानमंत्री चाहिए।
टोटी आदि निकालने पर अखिलेश ने दिया ये जवाब
अखिलेश यादव को अलाट किए गए बगले खाली करने को लेकर खूब विवाद हुआ था। कहा गया था कि अखिलेश ने बगले से टोटी निकाली है। इस पर अखिलेश ने बेहद मजाकियां लहजे में कहा कि जिन अधिकारियों से टोटी निकलवाई, उन्हीं अधिकारियों से चिलम निकलवाएंगे वहां से वो।
नफरत की राजनीति कर रही है बीजेपी
अखिलेश यादव ने कहा कि वोट बैंक की खातिर बीजेपी नफरत की राजनीति कर रही है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग पिछड़ों को दलितों को मुस्लिम भाईओं को कुछ नहीं समझते हैं। उन्होंने कहा कि नौजवानों से मिलने के लिए सपा को रोका जा रहा है। एयरपोर्ट पर उन्हें रोका जाता है लेकिन वह ईमानदार है इस वजह से वो मान गए है। उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उसी एयरपोर्ट से पैसे लेकर कुछ लोग भाग गए है और मुझे रोकते हैं ये लोग।
नेताजी और मायावती पर पूरा है भरोसा
सपा और बसपा के गठबंधन को लेकर कुछ भी कयास लगाये जा रहे हो लेकिन अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है ये गठबंधन विश्वास पर टिका हुआ है। उन्होंने कहा कि भरोसा तो ऐसी चीज है कि बिना भरोसे के कुछ हो ही नहीं सकता हमें तो नेताजी पर भी भरोसा है और मायावती जी पर भी उतना ही भरोसा है। अब देखना होगा अखिलेश के इस ताजे हमले पर बीजेपी क्या कदम उठाती है।