जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. मुलायम सिंह यादव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री अपनी भाषा पर संयम रखना सीखें वर्ना अगर वह मेरे पिता के बारे में कुछ कहें तो फिर अपने पिता के बारे में भी सुनने को तैयार रहें. अखिलेश यादव शनिवार को भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री काजल निषाद, कई जगहों के चेयरमैन, जिला पंचायत सदस्य और ब्लाक प्रमुखों के अलावा दूसरे राजनीतिक दलों के नेताओं को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराने के बाद पत्रकारों से मुखातिब थे.
अखिलेश यादव ने कहा कि इस समय केन्द्र में भी बीजेपी की सरकार है और यूपी में भी बीजेपी की सरकार है मगर इसके बाद भी किसान सबसे ज्यादा परेशान है. किसान परेशान हैं क्योंकि बीजेपी सरकार ऐसा क़ानून लाई है जिसके ज़रिये यह आने वाले दिनों में किसानों की ज़मीन पर कब्ज़ा कर लेंगे. यह वही सरकार है जो किसानों की आमदनी दुगनी करने की बात करती थी.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार में दलित, पिछड़े और मुसलमान सबसे ज्यादा जेल में हैं. सोशल मीडिया के ज़रिये बीजेपी लगातार अफवाहें फैलाकर जनता को गुमराह करती रही है.पंचायत चुनावों में इसने प्रशासन और पुलिस के ज़रिये जिस तरह से धांधली करवाकर चुनाव जीता वह सबने देखा.
सपा सुप्रीमो ने योगी आदित्यनाथ के उस इंटरव्यू पर कड़ी आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने मुलायम सिंह यादव के बारे में कहा कि वह तो कहते थे कि परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा और आज वहां भव्य मन्दिर बन रहा है. अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के कानों में किसानों की आवाज़ तो पहुँच नहीं रही लेकिन वह अपनी भाषा के ज़रिये चुनाव को दूसरी तरफ ले जाना चाहते हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी भाषा पर संयम बरतना सीखें. मुद्दों पर बात करेंगे तो दिक्कत नहीं है मगर मेरे पिता के बारे में कहेंगे तो फिर अपने पिता पर सुनने को तैयार रहें. उन्होंने कहा कि मैं तो मुख्यमंत्री के बारे में बहुत कुछ कह सकता हूँ.
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