न्यूज़ डेस्क
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुझाव दिया है। इस बार देश में जाति के आधार पर जनगणना कराई जानी चाहिए। इससे हिन्दू मुस्लिम का झगडा खत्म हो जायेगा। पहले कांग्रेस ने जाति के आधार पर जनगणना नहीं होने दी। अब भाजपा भी यही काम कर रही है। यह सरकार देश को ‘बाटों और राज करो’ की नीति पर काम कर रही है।
ज्ञातव्य है कि साल 2021 में अगली जनगणना होनी है जिसकी तैयारी केंद्र सरकार ने अभी से शुरू कर दी है। बताया ये भी जा रहा है कि इस बार जनगणना एप के माध्यम से होगी। ऐसे में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने जनगणना को लेकर अपना सुझाव दिया है।
अखिलेश यादव कहा है कि अगर देश में जाति के आधार पर जनगणना की जाती है तो इससे हिन्दू मुस्लिम झगड़ा ही खत्म हो जाएगा। जाति के आधार पर जनगणना को पहले कांग्रेस ने नहीं होने दिया और अब वहीं काम बीजेपी भी कर रही है। ये सरकार ‘बाटों और राज करो’ की नीति पर काम कर रही है।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम चाहते थे कि जाति आधारित जनगणना हो, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया। इससे आंकड़े भी बाहर नहीं आ पाए, जिस दिन इस देश की जातियों की गिनती हो जाएगी उस दिन हिन्दू-मुसलमान का झगड़ा खत्म हो जाएगा।’
उन्होंने कहा कि सर्कार ने जब नोटबंदी की उस दौरान हमें कतारों में खड़े होने पर मजबूर कर दिया गया। ये सरकार जब आई थी तो कहती थी कि करप्शन हटाया जाएगा, काला धन वापस लाया जाएगा, लेकिन इन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया। अब असम में एनआरसी सिस्टम लागू किया गया, लेकिन वहां क्या हुआ? उस लिस्ट में मुसलमानों से ज्यादा हिन्दुओं के नाम थे।
इसके साथ ही उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सीएम ने एक भी नया विश्विद्यालय, रोड, हाईवे नहीं बनाया है, लेकिन वो नाम बदलते रहते हैं। अब उन्होंने घाघरा का नाम बदल दिया है।
साथ ही यूपी में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध हो रहे हैं। साइबर क्राइम लगातार बढ़ रहा है, किसानों की खुदकुशी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। लेकिन हमारे सीएम को इन सबकी कोई चिंता ही नहीं है।