जुबिली न्यूज़ डेस्क
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र हॉस्टल फीस वृद्धि और हॉस्टल टाइमिंग हटाने को लेकर सड़क पर उतर गए है। सोमवार की सुबह शुरू हुआ हंगामा और बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। कैंपस में बड़ी संख्या में पुलिस तैनात है।
वहीं इस सम्बन्ध में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर जेएनयू के छात्रों का समर्थन किया है, साथ ही उन्होंने इशारों-इशारों में ही पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज भी कसा।
JNU में अप्रत्याशित फ़ीस बढ़ोतरी व बंदिशों के ख़िलाफ़ छात्रों की शांतिपूर्ण माँगों पर शक्ति का प्रयोग निंदनीय है. फीस को एक साथ लगभग तीन गुना कर देना छात्रों के भविष्य के साथ नाइंसाफ़ी है. जिनके बच्चे हैं वो जानते हैं कि आज के तंग हालातों में पढ़ाई का खर्चा उठाना कितना कठिन है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 11, 2019
उन्होंने लिखा कि, JNU में अप्रत्याशित फ़ीस बढ़ोतरी व बंदिशों के ख़िलाफ़ छात्रों की शांतिपूर्ण माँगों पर शक्ति का प्रयोग निंदनीय है। फीस को एक साथ लगभग तीन गुना कर देना छात्रों के भविष्य के साथ नाइंसाफ़ी है। जिनके बच्चे हैं वो जानते हैं कि आज के तंग हालातों में पढ़ाई का खर्चा उठाना कितना कठिन है।
बता दें कि अखिलेश ने अपने ट्वीट में आखिरी लाइन में परिवार और बच्चों का जिक्र कर तंज कसा है। गौरतलब है कि इससे पहले भी कई बार पीएम मोदी और सीएम योगी पर विपक्ष के नेता उनके परिवार से दूरी रखने को लेकर बयानबाजी करते रहे हैं।
क्या है मामला
दरअसल जेएनयू में कुछ समय पहले फीस में बढ़ोत्तरी की गई है जिसके विरोध में छात्र पिछले काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को छात्र सड़क पर उतर आए और विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह का भी विरोध किया। इस दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू और शिक्षा मंत्री डॉ। रमेश पोखरियाल निशंक थे। छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय में अधिकतर छात्र ऐसे हैं जो गरीब परिवारों से आते हैं ऐसे में बढ़ी हुई फीस में वो अपनी पढ़ाई कैसे कर पाएंगे?
कितनी बढ़ी है फीस
पहले छात्रों को हॉस्टल में पसर्विस चार्ज या यूटिलिटी चार्जेज नहीं देने होते थे लेकिन अब जेएनयू प्रशासन ने इन्हें लागू कर दिया है। इसके अलावा सिक्योरिटी चार्जेट और हॉस्टल चार्जेज बढ़ा दिये हैं। नए चार्जेस इस प्रकार हैं-
कुलपति ने दी थी सफाई
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति जगदीश कुमार ने एक नवंबर ट्वीट करते हुए नए फीस के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ‘इंटर हॉल एडमिनिस्ट्रेशन (IHA) समिति द्वारा हाल ही में अनुमोदित नए हॉस्टल मैनुअल के बारे में कुछ प्रेरित छात्रों द्वारा अफवाहें फैलाई जा रही हैं। जेएनयू प्रशासन छात्र समुदाय से उन लोगों के झांसे में नहीं आने की अपील करता है। ये विश्वविद्यालय के सामान्य कामकाज को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।’
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