जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि जुमलेबाजी से ध्यान भटकाने की स्किल में पारंगत भाजपा सरकार ने करोड़ों युवाओं की आशाओं, सम्भावनाओं और प्रतिभाओं को निराश किया है।
युवकों का भविष्य अंधेरे में है। रोजगार के अवसर न सृजित हो रहे हैं और नहीं उसकी सम्भावनाएं हैं। भाजपा सरकार नौजवानों के सपनों को तोड़ने वाली सरकार साबित हो रही है।
ये भी पढ़े: अच्छी खबर : कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार, अगस्त में होगी लांच
ये भी पढ़े: उपचुनाव से पहले MP भाजपा में अंतर्कलह, पूर्व MLA ने की इस्तीफे की पेशकश
कई करोड़ के रोजगार बांटने का दावा करने वाली भाजपा किस क्षेत्र में किसको कितना रोजगार दिया इसके आंकड़े देने से क्यों घबराती है? झूठे दावो की पोल न खुले इसलिए मुख्यमंत्री जी तुकबंदी में प्रधानमंत्री को शामिल करने में संकोच नहीं करते हैं।
ये भी पढ़े: कोरोना टेस्ट कराने को राज़ी हो गईं रेखा
ये भी पढ़े: यूपी में उत्पात मचा रहा कोरोना, एक दिन में संक्रमण का आंकड़ा दो हजार पार
कैसी विडम्बना है कि भाजपा सरकार ने बाहर से आये सभी तकनीशियन, एक्जीक्यूटिव और विभिन्न विधाओं के जानकार और विशेषज्ञ भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में पूंजीनिवेश केवल कागजों पर एमओयू में आया है।
जमीन पर एक भी उद्योग नहीं लगा। मनरेगा में खुदाई का काम भी डिग्रीधारक युवकों के लिए रोजगार की तरह प्रचारित किया जा रहा है। पढ़े- लिखे नौजवानों के साथ इससे बड़ा छल और धोखा क्या होगा?
ग्रामीण और कुटीर उद्योगों के जरिए स्वावलम्बन की दिषा में समाजवादी पार्टी ने कदम उठाए थे। अवध शिल्प ग्राम की स्थापना की थी। बुनकरों को तमाम रियायते दी थी। जिलों के हुनर को प्रोत्साहित किया था।
समाजवादी सरकार की कोशिश थी कि स्थानीय उद्यमियों को नई तकनीक से जोड़ा जाए। उन्हें कौशल प्रशिक्षण का लाभ मिल रहा था। चक गंजरिया क्षेत्र में आईटी हब बनाने के पीछे रोजगार के नए साधन मुहैया करने की भावना थी।
ये भी पढ़े: 17 जुलाई को इंसानी खून से लाल हो गया था सोनभद्र का उम्भा गाँव
ये भी पढ़े: मंदी से एशिया- प्रशांत की कंपनियों पर पड़ेगा दबाव: मूडीज
भाजपा सरकार ने उद्योगपतियों को राहत पहुंचाने के लिए श्रमिकों की सुरक्षा एवं सम्मान से सम्बन्धित तमाम प्राविधान श्रम कानूनों से हटा दिए हैं। काम के घंटे बढ़ा दिए है। उनका दिहाड़ी वेतन घटा दिया है। श्रमिक अब मालिकों का बंधुआ बन कर रह जाएगा। भाजपा गरीबों, कमजोर वर्ग के हितों की रक्षा की जगह उनमें असुरक्षा पैदा करती है।
एक चीनी कम्पनी द्वारा मलेशिया में, उत्तर प्रदेश के कई जिलों के श्रमिकों को प्रताड़ित करने की खबरें आई हैं। केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकारों को वहां की सरकार और दूतावास से सम्पर्क कर उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए प्रयास करने चाहिए। मलेशिया में उत्तर प्रदेश के 35 लोग हैं। हवाई चप्पल वालों को भी हवाई जहाज से घर वापसी का अधिकार मिलना चाहिए।
ये भी पढ़े: कर्ज से मुक्ति दिलाएगा बारिश का पानी, करें ये उपाय
ये भी पढ़े: इस आरोप में पूर्व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अरेस्ट