जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। महाराष्ट्र इन दिनों सियासी पारा लगातार बढ़ रहा है। भले ही वहां पर इस वक्त शिंदे सीएम के तौर पर काम करे हो लेकिन वहां पर सियासी घमासान अब और तेज हो गया।
इतना ही नहीं शरद पवार की एनसीपी में इस वक्त रार चरम पर देखने को मिल रही है। खबरें तो यहां तक चल रही है कि वहां एनसीपी नेता अजित पवार अपनी पार्टी के खिलाफ जा सकते हैं और बगावत कर बीजेपी से हाथ मिला सकते हैं। हालांकि अजित पवार की इस तरह की किसी भी बात से इनकार किया है।
एनसीपी कार्यकर्ताओं की आज घाटकोपर में आयोजित बैठक हो रही है लेकिन उससे पहले विवाद तब पैदा हो गया जब इस बैठक में अजित पवार का नाम गायब है।
इसके बाद कई तरह के कयास लगाये जाने लगे लेकिन अब अजीत पवार ने साफ कर दिया है उनका सपना क्या है। बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच उनका बयान अब चर्चा का विषय बन गया है। इतना ही नहीं अजित ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी बता डाली है।
उन्होंने कहा कि मैं 100 परसेंट सीएम बनना चाहता हूं। इसके लिए 2024 का इंतजार क्यों करना? अजित के इस बयान से एनसीपी और वहां की राजनीति में हलचल पैदा हो गई है।
इसके साथ ही अजित ने महाविकास अघाड़ी गठबंधन को लेकर कहा कि हम पहले धर्मनिरपेक्षता और प्रगतिशील होने के बारे में बात करते थे, लेकिन 2019 में कांग्रेस और एनसीपी ने सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ गठबंधन किया और हम धर्मनिरपेक्षता की लाइन से अलग हो गए।
इसकी बड़ी वजह ये थी कि शिवसेना एक हिंदुत्व पार्टी रही है।अजित पवार ने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में किसी तरह की दरार नहीं है. साथ ही उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलों में कोई भी सच्चाई नहीं है