न्यूज डेस्क
करीब दो महीने तक लॉकडाउन में रहने के बाद अब देश सामान्य होने की ओर कदम बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में 25 मई से घरेलू विमान सेवा शुरू होने जा रही है। इस दौरान कई तरह के नियम और शर्तें लागू होंगी, जिनका पालन करना होगाब् केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी ने इसको लेकर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सरकार की तरफ से टिकटों के दाम की अधिकतम सीमा तय कर दी गई, जिसका पालन सभी एयरलाइंस को करना होगा।
हालांकि बहुत कुछ पहले जैसा नहीं होगा। घरेलू उड़ानों के लिए जरूरी गाइडलाइन्स और SOP पहले ही जारी किए जा चुके हैं। हवाई अड्डे पर फिजिकल चेक-इन नहीं होगा, आरोग्य सेतु ऐप जरूरी है और साथ ही एक-तिहाई कपैसिटी के साथ ही संचालन धीरे-धीरे शुरू किया जाएगा।
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सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन्स के मुताबिक,
- वेब चेकइन ही लागू होगा।
- आरोग्य सेतु ऐप जरूरी। ताकि ये पता चले कि यात्री कोविड-19 से पीड़ित नहीं होगा।
- फेस मेस्क जरूरी होगा।
- सैनेटाइजर बोतल लाना जरूरी होगी।
- विमानन कंपनी खाना नहीं मिलेगा।
- पानी की बोतल गैलरी एरिया या सीट पर मिलेगा।
- केबिन क्रू फुल प्रोटोक्टिव सूट में होना चाहिए।
- यात्री को दो घंटे पहले एयरपोर्ट पर पहुंचना होगा
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एविएशन मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि सबकी सहमति से हम 25 मई से कैलिबरेटेड तरीके से उड़ानों का संचालन शुरू करेंगे। गर्मियों के शेड्यूल 2020 के हिसाब से एक-तिहाई कपैसिटी के हिसाब से संचालन होगा। उन्होंने कहा कि हमने वास्तविक किराया फिक्स किया है उड़ानों के लिए। ताकि किसी का बिजनेस को मुश्किल का सामना नहीं करना पड़े। अनुभव के बाद उड़ानों की संख्या बढ़ाई जाएंगी। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता चेन्नै से उड़ाने शुरू होंगी।
वहीं साप्ताहिक डिपार्चर 100 तक सीमित होगा। किराये को लेकर हरदीप पुरी ने कहा कि रूट्स को 7 सेक्शन में बांटा गया है, उसी के आधार पर किराया लिया जाएगा। 40 फीसदी सीट की बिक्री मिनिमम और मैक्सिम बैंड के बीच होगा। दिल्ली से मुंबई का किराया यात्रा के लिए मिनिमम 3,500 और मैक्सिमम 10 हजार होगा, जो 90 मिनट से 120 मिनट की कैटिगरी में आती है।
रूट्स को नीचे दिए गए 7 सेक्शंस में बांटा गया है…
- 40 मिनट से कम समय लेने वाले रूट्स
- 40 से 60 मिनट का समय लेने वाले रूट्स
- 60-90 मिनट का समय लेने वाले रूट्स
- 90 से 120 मिनट का समय लेने वाले रूट्स
- 2 से 2.50 घंटे का समय लेने वाले रूट्स
- 2.50 से 3 घंटे का समय लेने वाले रूट्स
- 3 से 3.5 घंटे का समय लेने वाले रूट्स
उन्होंने कहा कि पहले एयरलाइन कंपनियां अपने न्यूनतम और अधिकतम किराया अपनी वेबसाइट पर डाल देती थीं। अब हमने रेल किरायों को ध्यान में रखते हुए किराया तय करने के बारे में सोचा है, जो रियलिस्ट है। वह बोले, हमने वास्तविक किराया फिक्स किया है ताकि किसी के बिजनस को मुश्किल का सामना न करना पड़े। जैसे ही हम इस कोविड महामारी से बाहर निकलेंगे वैसे ही चीजें पहले की तरह हो जाएंगी।
हरदीप पुरी ने मिडल सीट खाली रखने के सवाल पर कहा, उड़ान के दौरान बीच की सीट खाली नहीं जाएगी। हर उड़ान के बाद फ्लाइट को डिसइन्फेक्ट किया जाता है। यात्रियों और क्रू के लिए हर सावधानी बरती जाती है। अगर मिडिल सीट खाली छोड़ दें तो इसका भार यात्रियों पर जाएगा।