जुबिली पोस्ट ब्यूरो
देहरादून। वायुसेना ने एक विशेष अभियान के तहत उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में लापता 12 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय एक्सपिडिशन टीम के चार सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में सफलता हासिल की है। वायुसेना के प्रवक्ता ने कि पिथौरागढ़ के जिला मजिस्ट्रेट के अनुरोध पर वायुसेना की जीवन रक्षक टोही ने एक जून को राहत अभियान शुरू किया था।
उत्तराखंड के नंदा देवी में अभियान पर गये सभी विदेशी पर्वतारोहियों की मौत हो गयी है। भारतीय वायु सेना के खोजी दल ने सोमवार को पांच पर्वतारोहियों के शव देखे हैं। पिथौरागढ़ प्रशासन की ओर से पर्वतारोहियों के शवों को निकालने के लिये सेना व भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस का सहयोग लिया जा रहा है।
वायु सेना के दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर, उत्तराखण्ड में नंदा देवी की पहाड़ियों पर चढ़ते समय लापता हुई 12 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय एक्सपिडिशन टीम का पता लगाने में लगे है। अंतर्राष्ट्रीय एक्सपिडिशन टीम में युनाइटेड स्टेट, यूनाइटिड किंगडम तथा ऑस्ट्रेलिया के नागरिक शामिल थे।
वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने इस अभियान में अब तक पांच बार उड़ाने भरी तथा 4500 मीटर ऊँचाई पर फंसे डिप्टी लीडर समेत यूनाइटेड किंगडम के चार नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। शेष आठ सदस्यों के लिए बचाव एवं राहत कार्य जारी है।
जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि भारतीय वायुसेना की ओर से नंदा देवी चोटी के आसपास उच्च हिमालयी क्षेत्र में सोमवार को फिर से खोज अभियान चलाया गया। इस दौरान खोजी अभियान दल को नंदा देवी पूर्व के आसपास बर्फ में पांच शव दबे दिखायी दिये। उन्होंने बताया कि अन्य पर्वतारोहियों के शव भी आसपास होने की संभावना है