जुबिली न्यूज़ डेस्क
देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। कोरोना से लड़ने में डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ पूरी तरह से लगे हुए हैं। हालांकि अब वैक्सीन आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा, ऐसे में अगर किसी भी संस्थान का पैरामेडिकल स्टाफ हड़ताल पर चला जायेगा तो बड़ी समस्या पैदा हो सकती है। खबर है कि दिल्ली एम्स की नर्स यूनियन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है।
नर्स यूनियन के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने पर दिल्ली एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने अपील की है कि कोरोना महामारी के दौरान वो ऐसा न करें। संस्थान ने उनकी मांगों पर विचार करने पर आश्वासन दिया है।
गौरतलब है कि दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की नर्स यूनियन ने कई मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है। एम्स की नर्स यूनियन ने अपनी मांगों के निवारण को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की। इसमें 6वें केंद्रीय वेतन आयोग से संबंधित मांग भी शामिल हैं।
It’s unfortunate the union has gone on a strike now, only a few months from when a vaccine will provide the solution. I appeal to all nurses & nursing officers to not go on strike & come back & work and help us get through the pandemic: Dr Randeep Guleria, Director, AIIMS Delhi https://t.co/IuOW2o1n8j pic.twitter.com/F6CQFF97TI
— ANI (@ANI) December 14, 2020
उधर एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया का कहना है कि ऐसे समय पर यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नर्स यूनियन अब हड़ताल पर चला गया है। वह भी तब जब केवल कुछ महीनों में (कोरोना) वैक्सीन आने वाली है।मैं सभी नर्सों और नर्सिंग अधिकारियों से अपील करता हूं कि वे ऐसा न करें और हड़ताल पर न जाएं, वापस काम पर लौट आएं और काम करें। साथ ही हमें महामारी से बचाने में मदद करें।
ख़बरों के अनुसार, रणदीप गुलेरिया ने कहा कि नर्स यूनियन ने 23 मांगें रखी थी और एम्स ने सभी मसलों को सुलझाने का उन्हें आश्वासन दिया है। इस महामारी के दौर में नर्स अपनी ड्यूटी छोड़कर ऐसे नहीं जा सकती हैं। हम सभी से अपील करते हैं कि वे अपने प्लान के अनुसार आगे बढ़ें।