जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ / आगरा. ताजनगरी आगरा के आरटीओ ने 60 हजार से ज्यादा दो पहिया और चार पहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है. इन वाहनों की वैल्यू अब कबाड़ से ज्यादा नहीं है. आरटीओ ने यह कदम उठाने से पहले वाहन स्वामियों को नोटिस भी जारी किये थे लेकिन इन लोगों ने इस नोटिस पर ध्यान नहीं दिया तो यह सख्त कदम उठा लिया गया. आरटीओ का प्रवर्तन दल अब कबाड़ घोषित हो चुके इन वाहनों पर नज़र रखेगा. अब यह सड़क पर चलते हुए नज़र आ गए तो इन्हें जब्त कर नष्ट कर दिया जायेगा.
आगरा के आरटीओ ने आखिर इतनी बड़ी संख्या में वाहनों के रजिस्ट्रेशन रद्द क्यों कर दिए और आखिर ऐसी कौन सी वजह है कि सड़कों पर ऐसे वाहन चलते नज़र आये तो उन्हें जब्त कराकर उन्हें नष्ट कराने का काम किया जायेगा.
दरअसल आगरा को ताज ट्रिपेजियम ज़ोन घोषित किया गया है. इस ज़ोन में 15 साल से पुराने वाहन सड़क पर नहीं चलाये जा सकते. आरटीओ ने 15 साल से पुरानी गाड़ियों के मालिकों को नोटिस जारी कर उनसे कहा था कि बेहतर होगा कि 31 मार्च से पहले वह अपने वाहनों को गैर ताज ट्रिपेजियम ज़ोन जिले में ट्रांसफर करवा लें क्योंकि आगरा में इन वाहनों को नहीं चलने दिया जायेगा. बड़ी संख्या में लोगों ने इस नोटिस को गंभीरता से लिया लेकिन 60 हज़ार लोगों ने इस नोटिस का नोटिस ही नहीं लिया.
शुक्रवार को आगरा के आरटीओ ने अपने नोटिस पर ध्यान न देने वाले 60 हज़ार वाहन स्वामियों के वाहन कबाड़ घोषित कर दिए. इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द हो गया है. बहुत जल्दी इन वाहनों का विवरण भी विभाग के पोर्टल से हटा दिया जायेगा.
आगरा में 15 साल से ज्यादा पुराने वाहनों के कबाड़ घोषित होने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले साल 2018 में भी आरटीओ ने एक लाख वाहनों के रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिए थे.
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