न्यूज डेस्क
कर्नाटक में राजनीतिक उठापठक रूकने का नाम नहीं ले रहा। कांग्रेस-जेडीएस भले ही सरेंडर कर चुकी थी लेकिन स्पीकर रमेश कुमार अब तक मोर्चा लिए हुए थे। रविवार को एक फैसला लेकर उन्होंने येदियुरप्पा सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है।
कुमारस्वामी सरकार गिरने और बीजेपी के येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री का शपथ लेने के बाद लोगों ने उम्मीद जतायी थी कि यहां के सियासी ड्रामा का पटाक्षेप हो गया है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। रमेश कुमार ने आज अपना आखिरी दांव खेला जिससे कर्नाटक की सियासत में उठापठक का दूसरा दौर शुरु हो गया।
गौरतलब है कि बीएस येदियुरप्पा सरकार को 29 जुलाई को विधानसभा में विश्वास मत हासिल करना है और इसके पहले ही कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर के आर रमेश कुमार ने कांग्रेस के 11 और जनता दल सेकुलर के तीन विधायकों को अयोग्य करार दे दिया है।
गौरतलब है कि इससे पहले स्पीकर रमेश कुमार ने 3 और विधायकों को अयोग्य करार दिया था। इस तक कुल मिलाकर 17 विधायक अयोग्य करार दिए जा चुके हैं। मालूम हो कि इन सभी बागी 17 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, लेकिन स्पीकर ने इनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था।
क्या है कर्नाटक विधानसभा के आंकड़ों का समीकरण
मालूम हो कि कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 विधायक हैं। इनमें से 17 विधायकों को अयोग्य करार दिया जा चुका हैं। अब मौजूदा विधानसभा की क्षमता 207 हो गई है।
मौजूदा क्षमता के आधार पर कर्नाटक में येदियुरप्पा को सरकार बनाने के 104 विधायकों की जरूरत है। हालांकि जिस दिन कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार गिरी थी उस दिन कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में 99 विधायकों ने वोट दिया था, जबकि बीजेपी के समर्थन में 105 विधायकों ने। इन आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए जो येदियुरप्पा सरकार का वजूद अब तलवार की धार पर है। येदियुरप्पा को इन 105 विधायकों का समर्थन हासिल करना होगा।
कौन हैं अयोग्य करार दिए गए विधायक
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार ने कांग्रेस के जिन 11 विधायकों को अयोग्य ठहराया है उनके नाम हैं- बैराठी बसवराज, मुनिरत्न, रोशन बेग, एसटी सोमशेखर, आनंद सिंह, बीसी पाटिल, एमटीबी नागराज, प्रताप गौड़ा पाटिल, डॉ. सुधाकर, शिवराम हेब्बार और श्रीमंत पाटिल है।
वहीं जेडीएस के जिन 3 बागी विधायकों को स्पीकर ने अयोग्य करार दिया है उनमें के. गोपालैया, नारायण गौड़ा और ए एच विश्वनाथ शामिल हैं।
25 जुलाई को स्पीकर ने 3 विधायक को ठहराया था अयोग्य
इससे पहले 25 जुलाई को विधानसभा स्पीकर ने तीन बागी विधायकों को अयोग्य करार दे दिया था। इन विधायकों में निर्दलीय आर. शंकर और कांग्रेस के रमेश जरकिहोली और महेश कुमथल्ली शामिल हैं।