जुबिली न्यूज डेस्क
राजस्थान के जोधपुर में दो समुदायों के बीच हुए बवाल के बाद स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। प्रशासन ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अस्थाई रूप से इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दिया है।
मंगलवार को इस संबंध में संभागीय आयुक्त कार्यालय से आदेश जारी किया गया। आदेश में कहा गया है कि जिला मजिस्ट्रेट के निवेदन के आधार पर जोधपुर जिला में मंगलवार 1 बजे से इंटरनेट को बंद किया जा रहा है।
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अधिकारी के मुताबिक अगले आदेश तक ये पाबंदियां जारी रहेंगी। इससे पहले अप्रैल में करौली में सांप्रदायिक हिंसा भडक़ गई थी।
सोमवार को जोधपुर के जालोरी गेट पर जमकर हंगामा हुआ था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाल मुकुंद बिस्सा की मूर्ति पर झंडा लगाने और सर्किल पर ईद से संबंधित बैनर को लेकर तनाव शुरू हुआ।
खबरों के अनुसार, उस दौरान दो समुदायों के बीच जमकर बवाल हुआ। हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े।
इस बवाल के बीच कई गाडिय़ों को भी काफी नुकसान हुआ। वहीं संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात है।
आदेश में कहा गया है कि कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ने जानकारी दी थी कि ‘जोधपुर जिला क्षेत्र में कानून व शांति व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती खड़ी हो गई है। ऐसी स्थिति में लोक व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियातन आपात कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।’
इससे पहले भी बंद हुआ था इंटरनेट
हिंदू नववर्ष पर करौली में निकाली गई रैली के दौरान हिंसा हो गई थी। इसके बाद क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया था। उस समय भी इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का फैसला लिया था और 600 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। हिंसा में करीब 24 लोग घायल हो गए थे।
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