न्यूज़ डेस्क
ऋषिकेश। नीलकंठ कावड़ियों की भारी भीड़ के चलते लक्ष्मण झूला के बाद अब राम झूला के भी सपोर्टिंग तार टूट जाने से राम झूला पुल पर भी खतरे के बादल मंडरा गए है। जिससे प्रशासन के हाथ पांव फूल गए है।
24 जुलाई को पंचक समाप्त होने के बाद नीलकंठ जल चढ़ाने वाले कांवरियों की जनसंख्या में भारी इजाफा हुआ है जिसके चलते शनिवार को भारी संख्या में कांवरियों के पहुंचने के बाद राम झूला से नीलकंठ जाते हैं, कावड़ियों के वजन के कारण राम झूला पर लगी सपोर्टिंग तार कई जगह से टूट गये, जिसके कारण प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और उन्होंने सपोर्ट तारों को ठीक करने का प्रयास किया।
पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा राम झूला पुल को मरम्मत करने हेतु पहले ही प्रशासन को भेजी गई रिपोर्ट के बावजूद इसके कोई भी मरम्मत का कार्य नहीं हुआ। मरम्मत न होने के कारण अधिक वजन पड़ने से कई तारे शनिवार की देर शाम क्षतिग्रस्त हो गये। जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मोर्चा संभाल लिया।
भीड़ को नियंत्रण करने के लिए राम झूला पुल के दोनों तरफ पुलिस बल लगाए गए। कांवड़ियों को धीरे- धीरे कर पुल से पार करवाया गया। वही लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मोहम्मद आरिफ खान ने बताया कि राम झूला में 440 सपोर्टिंग वायर लगे है। जो की भीड़ के दबाव के चलते पीली होकर गिर जाती है। जिसे जल्द ठीक किया जा रहा है।