जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. राजस्थान के जोधपुर में प्रधानी के चुनाव में कांग्रेस ने राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक पार्टी के प्रत्याशी को हरा दिया. चुनाव में हार के बावजूद ब्रह्माकुमारी पारासरिया ने मतदाताओं का धन्यवाद देने के लिए आम सभा की. हारे हुए प्रत्याशी की धन्यवाद सभा से मतदाता इतने अभिभूत हुए कि प्रत्याशी ब्रह्माकुमारी के पति बब्लू को नोटों से बनी मालाओं से लाद दिया.
मतदाताओं ने हारे हुए प्रत्याशी को नोटों की मालाएं यह सोचकर पहनाईं कि कम से कम चुनाव में हुआ उनका खर्चा ही निकल आये लेकिन जब यह नोटों की मालाओं से नोट निकालकर गिने गए तो गिनने वाले भी हैरान रह गए क्योंकि यह रकम 70 लाख रुपये थी. राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल की मौजूदगी में हुई यह फंडिंग एक ऐसा उदाहरण पेश कर गई जिसकी जैसी कोई दूसरी मिसाल नहीं मिल सकती.
प्रधानी के चुनाव को हार जाने के बाद ब्रह्माकुमारी पारासरिया चुनाव के दौरान लोगों से मिले सहयोग के लिए धन्यवाद देने के लिए आम सभा बुलाई थी. इस आमसभा में गज़ब की भीड़ उमड़ी और माहौल बिलकुल ऐसा था जैसे कि जीता हुआ प्रत्याशी शुक्रिया अदा कर रहा हो. मारवाड़ में सरपंच के चुनाव में भी हारे हुए प्रत्याशी ने धन्यवाद सभा की थी तो लोगों ने उसे नोटों की मालाएं पहनाकर उसके द्वारा खर्च की गई राशि को वहां कर लिया था. ताकि हार जाने वाले अच्छे प्रत्याशी को कम से कम आर्थिक चोट से बचाया जा सके.
ब्रह्माकुमारी की पारिवारिक प्रष्ठभूमि राजनीतिक रूप से बहुत मज़बूत रही है. उनके ससुर स्वरूप राम पारासरिया कई बार सरपंच रहे हैं. प्रधानी के चुनाव में उन्होंने खूब मेहनत की थी, काफी पैसा भी खर्च किया था. लेकिन जब वह चुनाव हार गईं तो न सिर्फ उन्होंने अपनी हार को स्वीकार किया बल्कि मतदाताओं को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देने के लिए सभा भी की.
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ब्रह्माकुमारी के ससुर स्वरूप राम कई बार सरपंच रहे. वह भोपालगढ़ मार्केटिंग सोसायटी के 30 साल से ज्यादा समय तक अध्यक्ष रहे. वह कई साल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे. उनके पुते बब्लू भी सरपंच रह चुके हैं. इस परिवार ने कांग्रेस छोड़कर रालोपा का दामन दाम लिया और यह इत्तफाक है कि ब्रह्माकुमारी को कांग्रेस प्रत्याशी ने ही हराया.