जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश स्थित मेरठ में सौरभ राजपूत का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब औरैया में एक पत्नी ने शादी के 15 दिन के भीतर पति को मौत के घाट उतार दिया. पत्नी ने अपने प्रेमी को 1 लाख रूपये दे कर अपने पति की हत्या करा दी. दावा है कि इसके लिए पत्नी ने जेवरात बेचे और मुंह दिखाई में मिले पैसों का इस्तेमाल किया. इस घटना का खुलासा एसपी अभिजात आर शंकर ने किया. जानकारी के अनुसार हत्या में शामिल आरोपी पत्नी सहित उस के प्रेमी व दो अन्य साथियो को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आरोपी महिला की पहचान प्रगति यादव के तौर पर हुई है. प्रगति की शादी 5 मार्च को दिलीप से हुई थी लेकिन वह इससे खुश नहीं थी क्योंकि वह अनुराग नाम के शख्स से प्यार करती थी. घर वालों के कहने और दबाब में प्रगति ने शादी तो कर ली लेकिन उसने शादी के साथ-साथ एक खौफनाक प्लान भी बना डाला. यह कहानी कुछ कुछ मेरठ वाली घटना से मिलती जुलती है जहां मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ अपने पति की निर्मम हत्या कर शव के टुकड़े कर एक ड्रम में डाल कर सीमेंट में जमा दिए थे.
औरैया में भी घटना की वजह प्रेम प्रसंग ही बना जहां बेकसूर पति को अपनी जान बेवजह गवानी पड़ी इस पूरी घटना की एक एक पहलू को एसपी औरैया आर शंकर ने बताया की कैसे आरोपियों ने इस प्लान को तैयार किया और कैसे पुलिस ने इस घटना का पर्दाफाश किया.
जानें पूरा मामला
पुलिस के अनुसार आरोपी अनुराग उर्फ मनोज यादव ने बताया कि वह और प्रगति यादव एक दूसरे को प्यार करते थे. प्रगति की शादी दिलीप से उसके घर वालों ने मर्जी के खिलाफ 5 मार्च 2025 को करा दी थी. प्रगति शादी से खुश नहीं थी. उन दोनों को मिलने में परेशानी होने लगी थी. प्रगति ने अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव को फोन पर कहा कि तुम दिलीप को रास्ते से हटा दो.
फिर अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव और प्रगति ने योजना बनाई कि दिलीप को किसी से मरवा दिया जाये. इस पर अनुराग ने रामजी नागर से बात की. दोनों ने 2 लाख रुपये देकर दिलीप को मारने का प्लान बनाया और 1 लाख रुपये नागर को दिए. इन 2 लाख रुपयों का इंतजाम प्रगित ने जेवरात बेच कर और मुंह दिखाई की रस्म में मिले पैसों से किया.
इसके बाद तीनों लोग दिलीप को अपने साथ लेकर गए. फिर उसके साथ पहले खूब मारपीट की और लहूलुहान हालत में छोड़ कर भाग गए. एसपी शंकर ने बताया कि अभी इस घटना में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी होनी है. दिलीप को गोली किसने मारी यह स्पष्ट नहीं है. आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल लिया है.
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पुलिस के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब वो प्रगति से बचे हुए 1 लाख और रुपये लेने जा रहे थे. थाना सहार और स्वाट की संयुक्त पुलिस टीम ने इन सभी आरोपियों को सोमवार, 24 मार्च को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 2 तमंचा व चार जिन्दा कारतूस, बाईक बरामद किया.