जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ / कानपुर. इत्र कारोबारी पीयूष जैन और पुष्पराज जैन के बाद अब कानपुर के ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है. प्रवीण जैन पर भी टैक्स चोरी का इल्जाम है. अहमदाबाद से छापा मारने के लिए टीम कानपुर पहुँच चुकी है. प्रवीण जैन गणपति ट्रांसपोर्ट के मालिक हैं.
बताया जाता है कि एक पान मसाला व्यवसायी के यहाँ पड़े छापे में प्रवीण जैन का नाम सामने आया था. यह नाम सामने आने के बाद अधिकारियों ने स्टेट जीएसटी से सम्पर्क किया. इसके बाद कुछ दस्तावेज़ मिले और प्रवीण जैन से पूछताछ की गई. प्रवीण जैन की कम्पनी के भी कुछ लोगों से पूछताछ की गई है. दस्तावेज़ अधिकारी अपने साथ ले गए और उनकी निगाह प्रवीण जैन को वाच करने में लगी है. यह माना जा रहा है कि प्रवीण जैन पर किसी भी समय छापा मारा जा सकता है.
जांच टीम को पता चला है कि गणपति ट्रांसपोर्ट ने बिल और बिल्टी के ज़रिये फर्जी काम किये हैं और टैक्स चोरी की है. यह चोरी कितने की है यह तो जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा.
पिछले महीने प्रवीण जैन के घर पर डीजीजीआई की टीम ने छापेमारी की थी तब जो दस्तावेज़ हाथ लगे थे उससे यह पता चला था कि प्रवीण जैन और पीयूष जैन के कारोबार में कोई कनेक्शन है. यह कनेक्शन क्या है यह पूरी तरह से साफ़ नहीं हो पाया. पीयूष जैन के साथ कारोबारी कनेक्शन की बात सामने आने पर प्रवीण जैन की पूरी कुंडली तलाशी जा रही है क्योंकि पीयूष जैन के यहाँ से 196 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए थे.
प्रवीण जैन पर शक की सूई तब घूमी थी जब पान मसाला और तम्बाकू ढो रहे गणपति ट्रांसपोर्ट कम्पनी के चार तर्कों को पकड़ा गया था. इन ट्रकों पर बगैर जीएसटी भुगतान का माल लदा हुआ था. इसके बाद कारखाने में जांच की गई तो रिकार्ड बुक में दर्ज माल और स्टाक में मौजूद माल में असमानता पाई गई. पता चला कि इस गोलमाल में गणपति ट्रांसपोर्ट की मदद ली जा रही है.
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