लोकसभा चुनाव के प्रचार युद्ध में सभी दल एक दूसरे पर जुबानी तीर चला रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी यूपी में सपा,राष्ट्रीय लोकदल और बसपा के महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा था कि जनता को चुनाव से पहले बने ‘सराब’ दूर रहना चाहिए। पीएम मोदी अपने भाषण के जरिए सराब को शराब बताने की कोशिश कर रहे थे जो सेहत के लिए हानिकारक है।
पीएम मोदी के अब योगी सरकार में डिप्टी सीएम ने केशव प्रसाद मौर्य ने सपा, राष्ट्रीय लोकदल और बसपा को नया नाम दिया है।
समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल पर तंज कसते हुए सपा को ‘समाप्त पार्टी’, बसपा को ‘बिल्कुल समाप्त पार्टी’ और आरएलडी को ‘रोज़ लुढ़कता दल’ करार दिया है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन में शामिल दलों के चरित्र के बारे में सभी को मालूम है। इस महागठबंधन को न सपा प्रमुख अखिलेश यादव और न ही बसपा की मुखिया मायावती मजबूत कर पाए हैं। वास्तविकता यह है कि गठबंधन कर दोनों ही कमज़ोर हो गए हैं।
डिप्टी सीएम केश्व प्रसाद ने अखिलेश यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा,
“जो व्यक्ति अपने पिता का न हुआ, वह बुआ (मायावती) के साथ झूठा संबंध कैसे निभा सकता है। क्या आपको लगता है कि ऐसे रिश्ते ज्यादा दिन चल पाएंगे…?”
केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि सपा-बसपा और आरएलडी का गठबंधन उत्तर प्रदेश में कहीं भी बीजेपी के लिए चुनौती नहीं बन पाएगा। साथ ही कहा कि, आम चुनाव 2014 में हम रायबरेली, अमेठी और आजमगढ़ समेत जो सीटें हारें थे, वो हम वर्ष 2019 के आम चुनाव में जीतेंगे।
बताते चलें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मेरठ की रैली में सपा के स, रालोद के रा और बसपा के ब को मिलाकर तीनों दलों के गठबंधन को सराब बताते हुए कहा कि यह जनता को बर्बाद कर देगा। पीएम मोदी अपने भाषण के जरिए सराब को शराब बताने की कोशिश कर रहे थे जो सेहत के लिए हानिकारक है।