जुबिली न्यूज डेस्क
कर्नाटक में पिछले कुछ समय में किसी न किसी मुद्दे पर विवाद बना हुआ है। पहले हिजाब, फिर हलाल मीट और अब एक नया विवाद शुरु हो गया है।
इन सब विवादों के बीच अब लाउडस्पीकर का मामला तूल पकड़ रहा है। प्रदेश में कई संगठनों ने मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
अब इस मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि ये हाई कोर्ट का आदेश है और इसमें किसी को मजबूर करने की बात नहीं है।
This is HC order. It’s not forced. Everything has to be done by talking and explaining to people. It is not only for azaan, it is for all loudspeakers. So, we will take a call: Karnataka CM Basavaraj Bommai on demand by some orgs for a ban on loudspeakers in mosques in the state pic.twitter.com/nV0xMB6Pir
— ANI (@ANI) April 5, 2022
पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा- कुछ लोगों से बात करके समझाना पड़ता है कि ये सिर्फ अजान के लिए नहीं है। ये सभी लाउडस्पीकरों के लिए हैं। इसलिए हम इस पर कोई फैसला करेंगे।
यह भी पढ़ें : फेसबुक के चलते घरेलू पचड़े में फंसे मोदी सरकार के ये मंत्री, जानिए मामला
यह भी पढ़ें : आखिर क्यों केंद्रीय मंत्री रिजजू को कहना पड़ा-अभी मैं जिंदा हूं
एक दिन पहले कर्नाटक सरकार में मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कहा था कि राज्य के मस्जिदों में लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल पर चिंता का समाधान निकालना होगा।
दरअसल ये सारा मामला महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे के बयान से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उनकी पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा पढ़ेंगे, अगर राज्य सरकार मस्जिदों के बाहर से लाउडस्पीकर नहीं हटाएगी।
I am not against prayers, but the government should take a decision on removing mosque loudspeakers. I am warning now… Remove loudspeakers or else will put loudspeakers in front of the mosque and play Hanuman Chalisa: MNS chief Raj Thackeray, in Mumbai, Maharashtra pic.twitter.com/MjSVrWJ5XK
— ANI (@ANI) April 2, 2022
ईश्वरप्पा ने इसी के बाद कहा था कि उन्हें मुसलमानों के नमाज पढऩे पर कोई आपत्ति नहीं है, उन्हें लाउडस्पीकरों से आपत्ति है। उन्होंने कहा कि अगर मंदिर और चर्च में भी इसी तरह प्रार्थना होने लगी, तो समुदायों के बीच संघर्ष हो सकता है।
यह भी पढ़ें : 13 छात्राओं से बलात्कार के दोषी प्रिंसिपल को मिली मौत की सजा
यह भी पढ़ें : अब पूर्व मंत्री के सरकारी फर्नीचर साथ ले जाने पर मचा बवाल