जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. राष्ट्रीय जनता दल और लालू प्रसाद यादव के समर्थकों के लिए यह खबर सुकून देने वाली हो सकती है कि लालू आने वाले छह नवम्बर को जेल से ज़मानत पर रिहा हो सकते हैं. हालांकि उस वक्त तक बिहार का चुनाव खत्म हो जाएगा लेकिन चुनावी महाभारत में रात-दिन एक किये कार्यकर्ताओं के लिए यह सुखद खबर होगी कि चुनावी थकान उनके नेता की रिहाई के बाद फ़ौरन ही उतर जायेगी.
झारखंड हाईकोर्ट में लालू प्रसाद यादव की ज़मानत के लिए याचिका दाखिल की गई है. वकील प्रभात कुमार ने बताया कि दुमका कोषागार से तीन करोड़ 13 लाख रुपये की अवैध निकासी के मामले में लालू प्रसाद यादव सात साल की सजा काट रहे हैं. छह नवम्बर को उनकी आधी सजा पूरी हो जायेगी. लालू गंभीर रूप से बीमार हैं और पिछले कई महीनों से डाक्टरों की निगरानी में हैं. हालात को देखते हुए हाईकोर्ट से उनको ज़मानत मिल जाने की पूरी उम्मीद है.
लालू प्रसाद यादव केस की अदालत में पैरवी कर रहे वकील प्रभात कुमार ने बताया कि अदालत से लालू यादव को दो मामलों में पहले ही ज़मानत मिल चुकी है. उनका बेल बांड भर दिया गया है जिसे अदालत ने स्वीकार भी कर लिया है. छह नवम्बर को अदालत अगर लालू प्रसाद यादव की सेहत को देखते हुए ज़मानत मंज़ूर कर लेती है तो अब उन्हें जेल में रोके जाने का कोई कारण नहीं बचेगा.
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राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं ने इस बात की खुशी मनानी शुरू कर दी है कि चुनाव के बाद जब उनकी पार्टी सरकार बनाने की तरफ बढ़ रही होगी तब उनकी पार्टी के मुखिया भी साथ होंगे. राजद नेताओं का कहना है कि दुर्गा पूजा के बाद उनकी पार्टी को दोहरी खुशी मिलने वाली है. एक तरफ हमारी सरकार बनेगी तो दूसरी तरफ परिवार का मुखिया भी हमारे साथ होगा.