जुबिली न्यूज डेस्क
दुनियाभर में आर्थिकमंदी ने दस्तक दे दी है। अमेरिका में बैंक बंद हो जानें के बाद अब अब बैंकिंग संकट यूरोप में भी बढ़ता जा रहा है. यूरोप में एक और बैंक क्रेडिट डिफॉल्ट होने की कगार पर है. क्रेडिट सुइस के बाद डॉय चे बैंक ने निवेशकों और जमाकर्ताओं की टेंशन बढ़ा दी है.
डॉयचे बैंक को लेकर इन बुरी खबरों के कारण इसके शेयर 2 दिन में 20 फीसदी से ज्यादा टूट गए. क्रेडिट डिफॉल्ट स्वैप के बढ़ने से 24 मार्च को इस बैंक के स्टॉक 14 फीसदी से ज्यादा टूट गए, जबकि 25 मार्च को 6.5 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली. डॉयचे जर्मनी का सबसे बड़ा बैंक है और इसके संकटग्रस्त हालात में होने से यूरोप में बैंकिंग सिस्टम चरमरा सकता है.
जर्मनी के चांसलर ने निवेशकों को दिलाया भरोसा
जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने कहा है कि यूरोप में बैंकिंग सिस्टम पूरी तरह से सुरक्षित है और निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है. चूंकि डॉयचे बैंक जर्मनी का सबसे बड़ा बैंक है इसलिए देश की अर्थव्यवस्था में इसकी अहम भूमिका है. यह जर्मनी के अलावा कई अन्य देशों में भी इसकी ब्रांच हैं. इस बैंक को दुनिया के सबसे सुरक्षित बैंकों में से एक माना जाता है. डॉयचे बैंक सबसे ज्यादा कॉरपोरेट दिग्गजों को कर्ज देता है. बैंक की कुल संपत्ति 1.4 ट्रिलियन डॉलर आंकी गई है.
लीडरशिप में हुए बड़े बदलाव
डॉयचे बैंक पर काफी दिनों से निवेशकों की नजर है. माना जा रहा है जिस तरह से क्रेडिट सुइस बैंक संकट में फंसा है ठीक उसी तरह से डॉयचे बैंक के हालात बन रहे हैं. इन हालात को देखते हुए पिछले कुछ समय में बैंक में लीडरशिप के लेवल पर बड़े बदलाव हुए हैं ताकि बैंक को किसी भी तरह के संकट से बचाया जा सके.
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बता दें कि इससे पहले अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के डूबने की खबर से दुनियाभर के बैंकिंग सेक्टर और स्टॉक मार्केट में हड़कंप मच गया था. इसके बाद स्विट्जरलैंड के क्रेडिट सुइस बैंक के डूबने की खबर आई. अब डॉयचे बैंक में क्रेडिट डिफॉल्ट स्वैप के बढ़ने से यूरोप और अमेरिका में बैंकिंग संकट के बादल बुरी तरह मंडराने लगे हैं.
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